जब प्रकाश एक धातु की सतह पर आपतित होता है तो उत्सर्जित प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा निर्भर करती है

  • A

    धातु पर प्रकाश आपतित होने की अवधि पर

  • B

    आपतित प्रकाश की आवृत्ति पर

  • C

    आपतित प्रकाश की आवृत्ति पर

  • D

    आपतित प्रकाश के वेग पर

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प्रोटॉनों का $1$ माइक्रोऐम्पियर का पुंज जिसका अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल $0.5$ वर्ग मिलीमीटर है, $3 \times {10^4}m{s^{ - 1}}$ से गतिशील है। तब पुंज का आवेश घनत्व है

यदि हम फोटॉन की ऊर्जा को $keV$ में तथा तरंगदैध्र्य को एंगस्ट्रॉम में प्रदर्शित करें, तो फोटॉन की ऊर्जा निम्न संबंध से ज्ञात की जा सकती है

फोटॉन एवं इलेक्ट्रॉन को समान ऊर्जा $({10^{ - 20}}J)$ दी जाती है। फोटॉन और इलेक्ट्रॉन की संगत तरंगदैध्र्य ${\lambda _{Ph}}$ एवं ${\lambda _{el}}$ हैं तब सही कथन होगा

एक रेडियो ट्रॉन्समीटर $198.6$ मीटर तरंगदैध्र्य पर $1kW$ शक्ति उत्सर्जित करता है। प्रतिसैकण्ड उत्सर्जित फोटॉनों की संख्या है

यदि मुक्त आकाश में प्रकाश का वेग $c$ है, फोटान के लिए निम्नलिखित में सही कथन है:

$A$. फोटान की ऊर्जा $E=h v$ है।

$B$. फोटान का वेग $c$ है।

$C$. फोटान का संवेग $p=\frac{h v}{c}$ है।

$D$. फोटान-इलैक्ट्रान संघट्ट में, दोनों कुल ऊर्जा व कुल संवेग संरक्षित रहते हैं।

$E$. फोटान पर धनात्मक आवेश होता है।

निम्नलिखित विकल्पों से सही उत्तर चुनिए:

  • [NEET 2024]