जब प्रकाश दिये गये तरंगदैर्ध्य (wavelength) से एक धात्वीय पृष्ठ (metallic surface) पर पड़ता है तो उत्सर्जित (emitted) फोटोइलेक्ट्रॉन्स को रोकने के लिए $6.0 V$ के निम्नतम विभव की आवश्यकता होती है। यदि एक दूसरे स्त्रोत जिसका तरंगदैर्ध्य पहले वाले से चार गुना और तीव्रता (intensity) पहले वाले से आधी है को प्रयोग में लाया जाये तो विभव घट कर $0.6 V$ रह जाता है। पहले स्त्रोत की तरंगदैर्ध्य और धातु का कार्य फलन क्रमशः क्या होगा ?

$[\frac{h c}{e}=1.24 \times 10^{-6} Jm C ^{-1}$ लें ]

  • [IIT 2022]
  • A

    $1.72 \times 10^{-7} m , 1.20 eV$

  • B

    $1.72 \times 10^{-7} m , 5.60 eV$

  • C

    $3.78 \times 10^{-7} m , 5.60 eV$

  • D

    $3.78 \times 10^{-7} m , 1.20 eV$

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