एक रबर का यंग प्रत्यास्थता गुणांक $10^4$ न्यूटन/मी${^2}$ एवं अनुप्रस्थ क्षेत्रफल $2$ सेमी ${^2}$ है। यदि उस पर $2 \times {10^5}$ डाइन का बल लगाया जाता है, तो उसकी लम्बाई प्रारम्भिक लम्बाई $L$ से कितना गुनी हो जाती है
$3L$
$4L$
$2L$
उपरोक्त में से कोई नहीं
दो विभि पदार्थों वाली छड़ों के रेखीय प्रसार गुणांक $\alpha$$_1$ व $\alpha$$_2$ तथा यंग गुणांक क्रमश: ${Y_1} व {Y_2}$ हैं, इन्हें दो दृढ़ स्थिर दीवारों के बीच कसा गया हैं। छड़ों को इस प्रकार गर्म किया जाता है कि प्रत्येक के ताप में समान वृद्धि होती है। छड़ें झुकती नहीं हैं। यदि ${\alpha _1}:{\alpha _2} = 2:3 $ एवं छड़ों के तापीय प्रतिबल बराबर हैं तो ${Y_1}:{Y_2}$ का मान होगा
जब तनाव $4N$ है तब एक प्रत्यास्थ डोरी की लम्बाई $a$ मीटर है तथा जब तनाव $5N$ छ है तब लम्बाई $b$ मीटर है। जब तनाव $9N$ है, तब डोरी की लम्बाई होगी (मीटर में)
एक पलड़े में कुछ भार रख कर इसे हल्की स्प्रिंग से लटकाया गया। जब इसे साम्यावस्था से विस्थापित किया जाता है, तो द्रव्यमान-स्प्रिंग निकाय $0.6$ सैकण्ड के आवर्तकाल के साथ दोलन करता है। जब कुछ और भार पलड़े में रखा जाये तो आवर्तकाल $0.7$ सैकण्ड हो जाता है। अतिरिक्त भार के कारण स्प्रिंग में प्रसार होगा लगभग ......... $cm$
रेखीय प्रसार गुणांक $\alpha {/^o}C$ वाली धातु से बनी लम्बाई $L$ तथा एक समान अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल $A$ की एक छड़ को कक्ष तापमान पर रखा गया है। जब एक बाह्य संदाबी बल $F$ को इसके प्रत्येक सिरों पर लगाते है, तो $\Delta T K$ तापमान वृद्धि होने पर, छड़ की लम्बाई में कोई परिवर्तन नहीं पाया जाता है। इस धातु का यंग प्रत्यास्थता गुणांक, $Y$ होगा :
प्रत्यास्थता के ‘‘हुक के नियम’’ के अनुसार यदि प्रतिबल को बढ़ा दिया जाये तो प्रतिबल व विकृति का अनुपात