दुर्बल अम्ल $HA \left( K _{ a }=2.0 \times 10^{-6}\right)$ के $0.01$ मोल को $0.1 M HCl$ के $1.0 L$ में घोला गया है। $HA$ के वियोजन की मात्रा...................$\times 10^{-5}$ है
(निकटतम पूर्णांक में)
[ $HA$ को मिलाने पर आयतन में परिवर्तन को नगण्य मानिए तथा इसकी वियोजन मात्रा $<<1$ ]
$6$
$3$
$2$
$7$
$0.1 \,M$ एसीटिक अम्ल विलयन का $pH$ $= 3$ है । अम्ल का वियोजन स्थिरांक होगा
किसी दुर्बल वैद्युत अपघट्य $\left(\mathrm{K}_{\mathrm{eq}}=\right.$ साम्यावस्था स्थिरांक) $\mathrm{A}_2 \mathrm{~B}_3$ जिसकी सान्द्रता ' $\mathrm{c}$ ' है, के सान्द्र विलयन के लिये आयनन की मात्रा " $\alpha$ ' है।
$HF , HCOOH$ तथा $HCN$ का $298\, K$ पर आयनन स्थिरांक क्रमश: $6.8 \times 10^{-4}, 1.8 \times 10^{-4}$ तथा $4.8 \times 10^{-9}$ है। इनके संगत संयुग्मी क्षारकों के आयनन स्थिरांक ज्ञात कीजिए।
एक दुर्बल अम्ल $HA$ के लिए $K _{ a }$ का मान $1.00 \times 10^{-5}$ है। यदि अम्ल के $0.100$ मोल को एक लीटर पानी में घोला जाता है तो साम्यावस्था अम्ल का प्रतिशत वियोजन होगा
वह यौगिक जिसके जलीय विलयन का $pH$ मान सर्वाधिक होगा