निम्नलिखित अभिक्रियाओं $(a)$,$(b)$ और $(c)$ के लिए आयनन स्थिरांक क्रमशः $K _{ a _1}, K _{ a _2}$ एवं $K _{ a _3}$ हैं:-
$(a)$ $H _2 C _2 O _4 \rightleftharpoons H ^{+}+ HC _2 O _4^{-}$
$(b)$ $HC _2 O _4^{-} \rightleftharpoons H ^{+}+ HC _2 O _4^{2-}$
$(c)$ $H _2 C _2 O _4 \rightleftharpoons 2 H ^{+}+ C _2 O _4^{2-}$
$K _{ a _1}, K _{ a _2}$ एवं $K _{ a _3}$ में सम्बन्ध है :-
$K_{ a _{3}}= K _{ a _{1}}+ K _{ a _{2}}$
$K_{a_{a_{3}}}=K_{a_{1}}-K_{a_{2_{2}}}$
$K _{ a _{1}}= K _{ z _{1}} / K _{ s _{2}}$
$K _{ a _{3}}= K _{ a _{1}} \times K _{ s _{2}}$
$0.1\, M$ विलयन में एक दुर्बल अम्ल $ 0.1\%$ आयनित होता है इसका $ pH$ है
यदि $0.05 \,M$ ऐसीटिक अम्ल के $pK _{ a }$ का मान $4.74$ है, तो आयनन की मात्रा ज्ञात कीजिए। यदि इसे (अ) $0.01\, M$ (ब) $0.1\, M\, HCl$ विलयन में डाला जाए, तो वियोजन की मात्रा किस प्रकार प्रभावित होती है ?
सल्फ्यूरस अम्ल $\left( H _{2} SO _{3}\right)$ के लिए $Ka _{1}=1.7 \times 10^{-2}$ तथा $Ka _{2}=6.4 \times 10^{-8}$ हैं। $0.588 M H _{2} SO _{3}$ की $pH$ है..........................
(निकटतम पूर्णांक में)
$0.1 \,M$ एसीटिक अम्ल विलयन का $pH$ $= 3$ है । अम्ल का वियोजन स्थिरांक होगा
$0.1\,\,M$ विलयन में मोनोप्रोटिक अम्ल $0.001\%$ आयनित होता है । इसका आयनन नियतांक है