एक गेंद क्षैतिज से $60^o$ का कोण बनाते हुये फेंकी जाती है। यह पृथ्वी तल पर $90$ मीटर की दूरी पर गिरती है। यदि गेंद को समान प्रारंभिक वेग से $30^o$ का कोण बनाते हुये फेंका जाये तो यह पृथ्वी तल पर ........ $m$ दूरी पर जाकर गिरेगी
$30 $
$60 $
$90 $
$120 $
एक गेंद को $E$ गतिज ऊर्जा के साथ क्षैतिज तल से $60^{\circ}$ के कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है। प्रक्षेपण के दौरान अधिकतम ऊँचाई पर इस गेंद की गतिज ऊर्जा हो जाएगी:
किसी प्रक्षेप्य की क्षैतिज परास इसकी अधिकतम ऊँचाई की $4\sqrt 3 $ गुनी है। इसके प्रक्षेपण कोण का मान ......... $^o$ है
एक वस्तु क्षैतिज से $30^o$ के कोण पर $9.8$ मीटर/सैकण्ड के वेग से प्रक्षेपित की जाती है। यह ....... $s$ समय बाद पृथ्वी तल से टकरायेगी
दो गेंदें एक ही वेग से परन्तु क्षैतिज से अलग अलग कोणों पर प्रक्षेपित की जाती हैं. उनके परास एक बराबर हैं. यदि एक गेंद का प्रक्षेपण कोण $30^{\circ}$ है तथा गेंद को प्राप्त अधिकतम ऊंचाई का मान $h$ है तो दूसरी गेंद द्वारा प्राप्त अधिक्तम ऊंचाई का मान कितना होगा?
एक प्रक्षेप्य की गति का समीकरण $x = 36t$ मीटर और $2y = 96\,t - 9.8\,{t^2}$ मीटर द्वारा व्यक्त किया गया है। प्रक्षेपण कोण है