एक लौह दण्ड की $20°C$ पर लम्बाई $10\, cm$ है। $19°C$ पर इसकी लम्बाई होगी (लोहे के लिए रेखीय प्रसार गुणांक $\alpha$$= 11 \times 10^{-6}/°C$)
$11 \times 10^{-6} cm$ अधिक
$11 \times 10^{-6} cm$ कम
$11 \times 10^{-5} cm$ कम
$11 \times 10^{-6} cm$ अधिक
धातु की चादरों से घनाकार आकृति में बने एक बक्से की प्रत्येक भुजा की कमरे के ताप $T$ पर लम्बाई $'a'$ है, तथा धातु की चादर के पदार्थ का रैखिक प्रसार गुणांक $'\alpha'$ है। धातु की चादर को एक समान रूप से किसी अल्प ताप वृद्धि $\Delta T$ के लिए गरम किया गया है जिससे इसका ताप $T +\Delta T$ हो जाता है। धातु के बक्से के आयतन में वृद्धि होगी।
ऊध्र्वाधर $U-$नली में द्रव भरा हुआ है एवं नली की दोनों भुजाओं को भिन्न- भिन्न तापक्रम ${t_1}$ एवं ${t_2}$ पर रखा गया है। दोनों भुजाओं में द्रव स्तम्भ की ऊँचाई क्रमश: ${l_1}$ एवं ${l_2}$ है, तो द्रव के आयतन प्रसार गुणांक का मान होगा
जब वाष्प द्रव में संधनित होती है, तब
एक पेण्डुलम वाली घड़ी $0°C$ पर सही समय देती है। इसका औसत रेखीय प्रसार गुणांक $\alpha /^\circ C$ है। यदि ताप में वृद्धि $t°C$ हो, तब प्रतिदिन घड़ी द्वारा सेकण्डों में कमी होगी
$10\, m$ लम्बी लोहे की छड़ को $0°C$ से $100°C$ तक गर्म किया जाता है। यदि लोहे का रेखीय ताप-प्रसार गुणांक $ 10 \times 10^{-6}{°C^{-1}}$ हो तब छड़ की लम्बाई में .......... $cm$ वृद्धि होगी