चिकनी सतह पर क्षैतिज दिशा में $40$ मी./से. की चाल से गतिशील एक ब्लाक दो भागों में टूटता है जिनके द्रव्यमानों का अनुपात $1: 2$ होता है। यदि छोटा भाग $60$ मी./से. से गति करता हो, तो गतिज ऊर्जा में भिन्नात्मक परिवर्तन होगा।
$\frac{1}{3}$
$\frac{2}{3}$
$\frac{1}{8}$
$\frac{1}{4}$
एक बंदूक से गोली दागी जाती है, यदि बन्दूक पीछे की ओर गति करने हेतु स्वतंत्र हो, तब बन्दूक की गतिज ऊर्जा होगी
$m$ द्रव्यमान का पिण्ड विराम से प्रारंभ होकर नियत बल के अधीन $d$ दूरी तय करता है। इस पिण्ड द्वारा प्राप्त की गई गतिज ऊर्जा समानुपाती है
चित्रानुसार दो भिन्न सतहों $A B$ व $C D$ पर समान वृत्ताकार चक्रिकाएं (डिस्क) $A$ तथा $C$ से क्रमशः $v_1$ तथा $v_2$ प्रारम्भिक रेखीय वेगों से बिना फिसलते हुए लुढ़कना शूरू करती हैं तथा सदैव सतहों के संपर्क में रहती है। यदि $B$ तथा $D$ बिन्दुओं पर पहुँचकर दोनों चक्रिकाओं के रेखीय वेग बराबर हैं तथा $v _1=3 m / s$ है, तब $m / s$ में $v _2$ का मान है। $\left( g =10 m / s ^2\right)$
$100$ मी/सै की चाल से गति कर रही गोली, समान मोटाई के दो गुटकों को ठीक भेदती है। यदि गोली का वेग दोगुना कर दिया जाये, तो वही गोली ऐसे कितने गुटकों को भेदने में समर्थ होगी
एक कार क्षैतिज सड़क पर $100$ मी/सै की चाल से गतिशील है तो ...... $m$ दूरी तय करने के पश्चात कार को रोका जा सकता है $[{\mu _k} = 0.5]$