एक तोप क्षैतिज तल पर रखी है और $\theta $ कोण बनाते हुये ${v_0}$ वेग से एक गोले को प्रक्षेपित करती है। तोप से $D$ दूरी पर एक ऊध्र्वाधर चट्टान है। तल से कितनी ऊँचाई पर गोला चट्टान से टकरायेगा
$D\sin \theta - \frac{{g{D^2}}}{{2v_0^2{{\sin }^2}\theta }}$
$D\cos \theta - \frac{{g{D^2}}}{{2v_0^2{{\cos }^2}\theta }}$
$D\tan \theta - \frac{{g{D^2}}}{{2v_0^2{{\cos }^2}\theta }}$
$D\tan \theta - \frac{{g{D^2}}}{{2v_0^2{{\sin }^2}\theta }}$
क्षैतिज से $42^{\circ}$ तथा $48^{\circ}$ पर समान प्रारम्भिक वेग से प्रक्षेपित दो प्रक्षेप्यों का परास तथा ऊँचाई क्रमशः $R _{1}, R _{2}$ तथा $H _{1}, H _{2}$ हैं। सत्य विकल्प चुनिये।
नीचे दो कथन दिये गये है: एक को अभिकथन $A$ तथा दूसरे को कारण $R$ से चिन्हित किया गया है। अभिकथन $\mathrm{A}$ : जब एक पिण्ड को $45^{\circ}$ के कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है, इसकी परास अधिकतम है।
कारण $R$ : अधिकतम परास के लिए, $\sin 2 \theta$ का मान एक के बराबर होना चाहिए। उपरोक्त कथनों के संदर्भ में नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए।
क्षैतिज से $30^{\circ}$ एवं $60^{\circ}$ के कोणों पर दो प्रक्षेप्य समान चालों से प्रक्षेपित किए जाते हैं। क्रमशः प्रक्षेप्यों द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाइयों का अनुपात है:
एक प्रक्षेप्य को क्षैतिज से $\theta$ कोण पर $25\,m / s$ वेग के साथ प्रक्षेपित किया जाता है। $t$ सेकण्ड पश्चात इसका क्षैतिज से झुकाव शून्य हो जाता है। यदि $R$ प्रक्षेप्य की क्षैतिज परास है तो $\theta$ का मान ज्ञात कीजिए-: $\left[ g =10\,m / s ^2\right.$ लें]
एक गेंद क्षैतिज से $60^o$ का कोण बनाते हुये फेंकी जाती है। यह पृथ्वी तल पर $90$ मीटर की दूरी पर गिरती है। यदि गेंद को समान प्रारंभिक वेग से $30^o$ का कोण बनाते हुये फेंका जाये तो यह पृथ्वी तल पर ........ $m$ दूरी पर जाकर गिरेगी