यदि एक समतल विधुत-चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }=3 \times 10^{-8} \sin \left(1.6 \times 10^{3} x +48 \times 10^{10} t \right) \hat{ j } T$ हो, तो इसका विधुत क्षेत्र होगा।
$\overrightarrow{\mathrm{E}}=\left(9 \sin \left(1.6 \times 10^{3} \mathrm{x}+48 \times 10^{10} \mathrm{t}\right) \hat{\mathrm{k}} \;\mathrm{V} / \mathrm{m}\right)$
$\left.\overrightarrow{\mathrm{E}}=\left(3 \times 10^{-8} \sin \left(1.6 \times 10^{3} \mathrm{x}+48 \times 10^{10} \mathrm{t}\right)\right) \hat{\mathrm{i}}\; \mathrm{V} / \mathrm{m}\right)$
$\overrightarrow{\mathrm{E}}=\left(60 \sin \left(1.6 \times 10^{3} \mathrm{x}+48 \times 10^{10} \mathrm{t}\right) \hat{\mathrm{k}}\; \mathrm{V} / \mathrm{m}\right)$
$\overrightarrow{\mathrm{E}}=\left(3 \times 10^{-8} \sin \left(1.6 \times 10^{3} \mathrm{x}+48 \times 10^{10} \mathrm{t}\right) \hat{\mathrm{j}} \;\mathrm{V} / \mathrm{m}\right)$
माना कि लेजर प्रकाश की तीव्रता $\left(\frac{315}{\pi}\right) W / m ^{2}$ है। इस स्त्रोत के संगत $rms$ विधुत क्षेत्र का निकटतम मान $v / m$ की इकाई में निकटतम पूर्णांक में हैं I
$\left(\epsilon_{0}=8.86 \times 10^{-12} C ^{2} Nm ^{-2} ; c =3 \times 10^{8} ms ^{-1}\right)$
एक $M$ द्रव्यमान तथा $Q$ धन आवेश का कण, जो $\vec{u}_1=4 \hat{i} ms ^{-1}$ के एकसमान वेग से गतिशील है, एकसमान स्थिर चुम्बकीय क्षेत्र में $x-y$ तल के अभिलम्बवत् है तथा इसका विस्तार क्षेत्र $x=0$ से $x=L$ तक प्रत्येक $y$ के मान के लिए है। इस चुम्बकीय क्षेत्र को यह कण $10$ मिली सैकण्ड में पार कर दूसरी ओर $\overrightarrow{ u }_2=2(\sqrt{3} \hat{ i }+\hat{ j }) ms ^{-1}$ वेग से प्रकट होता है। सही प्रकथन है/ हैं -
$(A)$ चुम्बकीय क्षेत्र $- z$ दिशा में है।
$(B)$ चुम्बकीय क्षेत्र $+z$ दिशा में है।
$(C)$ चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण $\frac{50 \pi M }{3 Q }$ इकाई है।
$(D)$ चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण $\frac{100 \pi M }{3 Q }$ इकाई है।
एक लेसर किरण पुंज को अपने तरंगदैध्र्य के वर्ग के बराबर क्षेत्रफल पर फोकस किया जा सकता है। यदि एक $He-Ne$ लेसर के द्वारा $1\,mW$ की दर से ऊर्जा प्रेषित की जाती है एवं इसका तरंगदैध्र्य $632.8 \,nm$ है, तो फोकस की गयी किरण पुंज की तीव्रता होगी
विद्युत-चुम्बकीय दोलनों में संचित ऊर्जा किस रूप में होती है
एक लेम्प सभी दिशाओं में एकसमान रूप से एकवर्णी हरा प्रकाश उत्सर्जित कर रहा है। लेम्प की विद्युत शक्ति को विद्युत चुम्बकीय तरंगों में परिवर्तन करने की दक्षता $3 \%$ है और $100\; W$ शक्ति की खपत करता है। लेम्प से $5\; m$ दूरी पर विद्युत चुम्बकीय विकिरण से सम्बद्धित विद्युत क्षेत्र का आयाम लगभग .......$V/m$ होगा