एक छोटे छड़ चुम्बक का द्विध्रुव आघूर्ण $1.25 $ ऐम्पियर-मीटर $^{2}$ है, इसकी अक्ष पर चुम्बक के केन्द्र से $0.5 $ मीटर की दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा
$1.0 \times {10^{ - 4}}$ न्यूटन/ऐम्पियर-मीटर
$4 \times {10^{ - 2}}$ न्यूटन/ऐम्पियर-मीटर
$2 \times {10^{ - 6}}$ न्यूटन/ऐम्पियर-मीटर
$6.64 \times {10^{ - 8}}$ न्यूटन/ऐम्पियर-मीटर
चुम्बकीय प्रेरण है
$10\, A-m^2$ के चुम्बकीय आघूर्ण की दो छोटी चुम्बकों को अक्षीय स्थिति में, उनके केन्द्रों से $0.1\,m $ दूरी पर रखा गया है। उनके बीच कार्यरत बल .....$N$ होगा
$M$ चुम्बकीय आघूर्ण और $m$ ध्रुव सामथ्र्य के चुम्बक को दो समान भागों में विभाजित किया जाता है तो प्रत्येक भाग का चुम्बकीय आघूर्ण होगा
एक चुम्बक को चार समान भागों में इस प्रकार विभाजित किया जाता है कि प्रत्येक छोटे भाग की लम्बाई एवं चौड़ाई, प्रारम्भिक मान की आधी हो जाती है तो प्रत्येक भाग का ध्रुव सामथ्र्य होगा
एक छड़ चुम्बक की चुम्बकीय बल रेखायें होती हैं