एक द्रव्यमान $m$, समान लम्बाई की दो स्प्रिंगों से लटका हुआ है। स्प्रिंगों के बल नियतांक क्रमश:${k_1}$ एवं ${k_2}$ हैं। जब पिण्ड को ऊध्र्वाधर दिशा में दोलन कराया जाता है, तो उसका आवर्तकाल होगा

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  • A

    $2\pi \sqrt {\left( {\frac{m}{{{k_1}{k_2}}}} \right)} $

  • B

    $2\pi \sqrt {m\left( {\frac{{{k_1}}}{{{k_2}}}} \right)} $

  • C

    $2\pi \sqrt {\left( {\frac{m}{{{k_1} - {k_2}}}} \right)} $

  • D

    $2\pi \sqrt {\left( {\frac{m}{{{k_1} + {k_2}}}} \right)} $

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निम्न कथनों में से सही कथन है

एक द्रव्यमान-रहित स्प्रिंग, जिसका द्रढ़ता गुणांक (stiffness constant) $k$ है, के एक छोर पर $M$ द्रव्यमान का एक गुटका जुडा है, तथा दूसरे छोर को द्रढ़ दीवार से जोड़ा गया है। यह गुटका एक समतल घर्षण-रहित सतह पर एक संतुलित स्थिति $x_0$ के गिर्द छोटे आयाम $A$ से दोलन करता है। यहाँ दो परिस्थितियां मानिए : ($i$) जब गुटका $x_0^6$ पर है और ($ii$) जब गुटका $x=x_0+A$ पर है। दोनों परिस्थितियों में द्रव्यमान $m( < M)$ के एक कण को गुटके पर धीरे से इस प्रकार रखा जाता है की वंह तुरंत गुटके से चिपक जाता है। कण को गुटके के ऊपर रखने के बाद गति के बारे में निम्नलिखित में से कौनसा/कौनसे कथन सत्य है/हैं?

$(A)$ पहली परिस्थिति में दोलन का आयाम $\sqrt{\frac{M}{m+M}}$ भाज्य (factor) से परिवर्तित होता है, जबकि दूसरी परिस्थिति में यह अपरिवर्तित रहता है

$(B)$ दोनों परिस्थितियों में दोलन का अंतिम समयकाल समान है,

$(C)$ दोनों परिस्थितियों में सम्पूर्ण ऊर्जा कम हो जाती है

$(D)$ सम्मिलित द्रव्यमानों की $x_0$ पर तान्क्षणिक गति दोनों परिस्थितियों में कम हो जाती है

  • [IIT 2016]

${k_1}$और ${k_2}$​स्प्रिंग नियतांक वाली दो स्प्रिंगों को श्रेणीक्रम में जोड़ने पर संयोजन का तुल्य ​स्प्रिंग नियतांक होगा

  • [AIPMT 2004]

दो द्रव्यमान $M _{ A }$ तथा $M _{ B }$ को दो तारों, जिनकी लम्बाइयां $L _{ A }$ तथा $L _{ B }$ है, से लटकाने पर सरल आवर्तगतियां करते है। यदि इनकी आवर्तियों में संबंध $f _{ A }=2 f _{ B }$ हो तो

  • [AIPMT 2000]

चित्र में दिखायी गई स्प्रिंगों के दोलन की आवृत्ति होगी

  • [AIIMS 2001]