एल्कोहल में डूबी धातु की गेंद का भार $0°C$ एवं $59°C$ पर क्रमश: ${W_1}$ एवं ${W_2}$ है। धातु के आयतन प्रसार-गुणांक का मान एल्कोहल की तुलना में कम है। यदि धातु का घनत्व एल्कोहल की तुलना में अधिक हो, तब
${W_1} > {W_2}$
${W_1} = {W_2}$
${W_1} < {W_2}$
${W_2} = ({W_1}/2)$
ठंडे प्रदेशों में जल-पाइप कभी-कभी फट जाते हैं। क्योंकि
ग्लिसरीन का आयतन प्रसार गुणांक $5 \times 10^{-4} K ^{-1}$ है। ग्लिसरीन के तापक्रम में $40^{\circ} C$ वृद्धि करने पर उसके घनत्व में आंशिक परिवर्तन होगा
समान लंबाई परन्तु अलग-अलग त्रिज्याओं वाले दो बेलनाकार चालक (cylindrical conductors) श्रेणीक्रम में (in series) दो ऊष्माशयों (heat baths) के बीच में जोड़े गए हैं, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। इन ऊष्माशयओं का तापमान $T_1=300 \ K$ और $T_2=100 \ K$ हैं। बडेे चालक की त्रिज्या छोटे चालक की त्रिज्या की दोगुनी है। छोटे चालक की ऊष्मा चालकता (thermal conductivity) $K_1$ है और बड़े चालक की ऊष्मा चालकता $K_2$ है। यदि स्थायी अवस्था (steady state) में, बेलनों के संधि (junction) का तापमान $2000 \ K$ हो, तब $K_1 / K_2$ का मान .............. होगा।
एक झील की जल सतह का ताप $2°C$ है। झील की तली का ताप ........ $^oC$ होगा
$0.5 \times 10^{11} \mathrm{~N} \mathrm{~m}^{-2}$ यंग प्रत्यास्थता गुणांक तथा $10^{-5}{ }^{\circ} \mathrm{C}^{-1}$ रेखीय ऊष्मीय प्रसार गुणांक की $1$ मी लम्बी व $10^{-3} \mathrm{~m}^2$ अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल की एक धात्विक छड़ को $0^{\circ} \mathrm{C}$ से $100^{\circ} \mathrm{C}$ तक बिना विस्तार या मोड़ के गर्म किया जाता है। इसमें उत्पन्न संपीडित बल है: