किसी बिन्दु आवेश ‘$q$’ को एक धात्विक गोलीय कोश के अन्दर रखा गया है। निम्न में से कौनसा चित्र विद्युत बल रेखाओं की सही स्थिति प्रदर्शित करता है
असत्य कथन छाँटिए :
$(a)$ गौसीय सतह में प्रवेश करने वाली विधुत बल रेखाएं ऋणात्मक फ्लक्स प्रदान करती है।
$(b)$ एक आवेश $'q'$ एक घन के केन्द्र पर रखा है। सभी फलको से निर्गत फ्लक्स समान होगा।
$(c)$ एक समान विधुत क्षेत्र में कोई आवेश न रखने वाली बन्द गौसीय सतह से निर्गत परिणामी फ्लक्स शून्य होता है।
$(d)$ जब विधुत क्षेत्र गौसीय सतह के समान्तर होती है, तो यह परिमित अशून्य फ्लक्स प्रदान करती है।
नीचे दिए गये विकल्पों में उपयुक्त उत्तर चुनिए :
प्रदर्शित चित्र में $\mathrm{C}_1$ तथा $\mathrm{C}_2$ दो खोखले संकेन्द्रीय घन है जिनके अन्दर क्रमशः $2 Q$ व $3 Q$ आवेश स्थित है। $\mathrm{C}_1$ व $\mathrm{C}_2$ से गुजरने वाले वैद्युत फ्लक्स का अनुपात है :
रेखीय आवेश घनत्व $\lambda$ का एक रेखीय आवेश चित्र में दिखाये अनुसार एक घन को विकर्णत: और फिर एक गोले को व्यास के अनुदिश भेदता हैं। घन और गोले से निर्गत फ्लक्स का अनुपात होगा
चित्र एक विद्युत् क्षेत्र के संगत कुछ विद्युत् क्षेत्र रेखाएँ प्रदर्शित करता है। चित्र बताता है कि
एक वर्ग $($भुजा $= L$ मी$)$ कागज के तल में है। एक वैधुत क्षेत्र $E$ कागज के तल में है तथा आधा वर्ग घेरता है। तो पृष्ठ से निकलने वाला वैधुत फ्लक्स होगा :-