एक मिश्रण में क्रमशः $20 \,s$ तथा $10 \,s$ अर्द्ध आयु के दो रेडियोधर्मि पदार्थ $A_{1}$ और $A_{2}$ हैं। प्रारम्भ में मिश्रण में $A_{1}$ और $A_{2}$ की मात्राऍ क्रमश $40\, g$ तथा $160\, g$ है तो, ..........$s$ समय पश्चात् मिश्रण में दोनों की मात्र समान हो जायेगी?
$60 $
$80 $
$20 $
$40$
तीन रेडियोधर्मी पदार्थो $A , B$ तथा $C$ की सक्रियता को दिये गये चित्र में क्रमश : वक्र $A , B$ तथा $C$ से दिखाया गया है। इन पदार्थो की अर्ध आयुओं का अनुपात, $T _{\frac{1}{2}}( A ): T _{\frac{1}{2}}( B ): T _{\frac{1}{2}}( C )$, होगा :
एक रेडियोएक्टिव नाभिक दो अलग-अलग प्रक्रियाओं से विघटित होता है। पहली प्रक्रिया की अर्धायु $10 \,s$ है और दूसरी की $100 \,s$ है। उस नाभिक की प्रभावी अर्धायु का निकटतम मान $.....\,s$ है।
सूची $I$ (विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम की तरंगदैर्ध्य रेन्ज) को सूची $II$ (इन तरंगों के निर्माण की विधि) से सुमेलित कीजिऐ और सूची के नीचे दिये गये विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए।
सूची $I$ | सूची $II$ |
$(a)$ $700 nm$ से $1\;mm$ | $(i)$ अणुओं एवं परमाणुओं के कम्पन से |
$(b)$ $1 nm$ से $400 \;nm$ | $(ii)$ परमाणुओं के आन्तरिक शैल इलेक्ट्रानों की एक ऊर्जा स्तर से निचले स्तर की गति से |
$(c)$ $ < 10^{-3} \;nm$ | $(iii)$ नाभिक के रेडियो सक्रिय क्षय से |
$(d)$ $1 mm$ से $0.1 \;m$ | $(iv)$ मैग्नेट्राँन वाल्व से |
$^{215}At$ की अर्द्धआयु $100\mu\, s$है तो $^{215}At$ के प्रतिदर्श की रेडियो सक्रियता प्रारम्भिक मान की $1/16$ गुनी होने में लगा समय .......$\mu s$ है
किसी रेडियोसक्रिय पदार्थ की अर्द्ध-आयु $(T)$ तथा क्षयांक $(\lambda )$ के बीच निम्न सम्बन्ध होता है