एक कण का विस्थापन $12 \,m$ पूर्व की ओर तथा $5 \,m$ उत्तर की ओर तथा $6\,m$ ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर है। इन विस्थापनों का योग ........ $m$ है
$12 $
$10.04$
$14.31$
उपरोक्त में से कोई नहीं
दो सदिशों $\mathop A\limits^ \to $ तथा $\mathop B\limits^ \to $ का परिणामी सदिश $\mathop A\limits^ \to $ के लम्बवत् है तथा इसका परिमाण सदिश $\mathop B\limits^ \to $ के परिमाण का आधा है। $\mathop A\limits^ \to $ तथा $\mathop B\limits^ \to $ के बीच कोण ....... $^o$ होगा
दो बलों ${F_1}$ व ${F_2}$ का सदिश योग ${F_3}$ के तुल्य है, इसका चित्रण निम्न में किस चित्र में किया गया है
यदि $\mathop A\limits^ \to = 4\hat i - 3\hat j$ तथा $\mathop B\limits^ \to = 6\hat i + 8\hat j$ तो $\mathop A\limits^ \to \, + \mathop B\limits^ \to $ का परिमाण तथा दिशा होगी
दो सदिशों $\mathop A\limits^ \to $ तथा $\mathop B\limits^ \to $ के मध्य कोण $\theta $ हो तो इनके योग का मान होगा
किसी कण पर एक साथ $4 \,N$ व $3 \,N$ के दो बल लगते हैं तो कण पर कुल बल है