एक रेडियोसक्रिय विघटन श्रृंखला $_{93}N{p^{237}}$ से शुरू होकर उत्तरोत्तर उत्सर्जन द्वारा $_{90}T{h^{229}}$ को उत्पन्न करती है। इस प्रक्रिया में उत्सर्जित कण हो सकते हैं
दो $\alpha$- कण और एक $\beta-$ कण
तीन $\beta^+$ कण
एक $\alpha$- कण और दो $\beta^+$ कण
एक $\alpha$- कण और दो $\beta^-$ कण
रेडियोधर्मिता होती है
किसी रेडियोएक्टिव नाभिक का क्षय नियतांक $1.5 \times 10^{-5} \mathrm{~s}^{-1}$ है। पदार्थ का परमाणु भार $60 \mathrm{~g} \mathrm{~mole}^{-1}$ है। $1.0 \mu \mathrm{g}$ पदार्थ की सक्रियता____________$\times 10^{10} \mathrm{~Bq}$ है। $\left(\right.$ यदि $\left.\mathrm{N}_{\mathrm{A}}=6 \times 10^{23}\right)$
एक रेडियोएक्टिव तत्व के $N$ परमाणुओं द्वारा प्रति सैकण्ड $n$ अल्फा कण उत्सर्जित होते हैं। तत्व की अर्द्ध-आयु है
एक रेडियोसक्रिय प्रतिदर्श की माध्य आयु $100$ सैकण्ड है तब इसकी अर्द्ध-आयु (मिनट में) होगी
किसी पदार्थ का अर्द्ध आयुकाल $10$ वर्ष है। कितने समय में यह प्रारम्भिक मात्रा का एक-चौथाई भाग ......... वर्ष रह जायेगा