एक रेडियोसक्रिय विघटन श्रृंखला $_{93}N{p^{237}}$ से शुरू होकर उत्तरोत्तर उत्सर्जन द्वारा $_{90}T{h^{229}}$ को उत्पन्न करती है। इस प्रक्रिया में उत्सर्जित कण हो सकते हैं

  • A

    दो $\alpha$- कण और एक $\beta-$ कण

  • B

    तीन $\beta^+$ कण

  • C

    एक $\alpha$- कण और दो $\beta^+$ कण

  • D

    एक $\alpha$- कण और दो $\beta^-$ कण

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एक रेडियोएक्टिव पदार्थ उत्सर्जित करता है

यूरेनियम रेडियोएक्टिव श्रेणी में, प्रारम्भिक नाभिक $_{92}{U^{238}}$ है और अंतिम नाभिक $_{82}P{b^{206}}$ है। जब यूरेनियम नाभिक का सीसे  $(lead)$ में क्षय होता है तो उत्सर्जित $\alpha  - $ कणों की संख्या होगी

किसी रेडियोधर्मी पदार्थ की अर्द्धआयु $48$ घण्टे है। इसका $\frac{1}{{16}}$ भाग क्षय होने में लगा समय ........ घण्टे है

एक रेडियोसक्रिय स्रोत की काउण्ट दर $240$ प्रति मिनट है। एक घण्टे बाद इसकी काउण्ट दर $30$ प्रति मिनट हो जाती है। स्रोत की अर्द्धआयु ..........मिनट है

एक रेडियोएक्टिव तत्व ${ }_{92}^{242} \mathrm{X}$ से दो $\alpha$ कण एक इलैक्ट्रॉन एवं दो पोजीट्रॉन उत्सर्जित होते है। उत्पादित नाभिक को ${ }_{\mathrm{P}}^{234} \mathrm{Y}$ से दर्शाया गया है $\mathrm{P}$ का मान________________है।

  • [JEE MAIN 2023]