एक रेडियोएक्टिव पदार्थ की अर्द्ध-आयु $T$ है। सभी नाभिकों का विघटन होने में समय लगेगा
$2T$
$T^2$
$4T$
अनिश्चित
दो घण्टे के पश्चात् एक निश्चित रेडियोएक्टिव समस्थानिक की प्रारम्भिक मात्रा का $\frac{1}{16}$ वां भाग शेष रह जाता है। इस समस्थानिक की अर्द्ध-आयु है
कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ $3$ दिन में घटकर अपनी वास्तविक मात्रा का $1 / 8$ भाग रह जाता है। यदि 5 दिन बाद $8 \times 10^{-3} \mathrm{~kg}$ पदार्थ बचता है तो, पदार्थ की प्रारम्भिक मात्रा है: ....... $g$
एक रेडियो एक्टिव नाभिक का क्षय दो विभिन्न प्रक्रम में होता है। प्रथम प्रक्रम की अर्द्ध आयु $5$ मिनट तथा दूसरे प्रक्रम की अर्द्धआयु $30$ से. है। नाभिक की प्रभावी अर्द्धआयु की गणना $\frac{\alpha}{11}$ से. की गयी है। $\alpha$ का मान______________ है।
एक प्रतिदर्श जिसमें दो पदार्थ $A$ तथा $B$; जिनकी अर्द्धआयु क्रमश: $4\,s$ तथा $8\,s$ क्रमशः है, प्रत्येक की $10^{-2}\,kg$ मात्रा है। उनके परमाणु भारो का अनुपात $1: 2$ है। $16 s$ पश्चात् $A$ तथा $B$ की मात्रा का अनुपात $\frac{x}{100}$ है तो $x$ का मान $........$ है।
एक रेडियासक्रिय पदार्थ का अर्द्धआयुकाल $5$ वर्ष है। यदि $x$ वर्षो बाद रेडियोसक्रिय पदार्थ का दिया गया एक नमूना इसके प्रारम्भिक मान का $6.25 \%$ रह जाता है तो $x$ का मान ज्ञात कीजिये।