एक रेडियोऐक्टिव पदार्थ की अर्द्ध-आयु $10$ दिन है। इस पदार्थ का कितना अंश $30$ दिन के बाद बचेगा
$0.5$
$0.25$
$0.125$
$0.33$
कॉलम-$I$ में दी गयी नाभिकीय प्रक्रियाओं का कॉलम-$II$ में दिये गये विकल्प/विकल्पों से उचित मिलान कीजिए।
कॉलम $I$ | कॉलम $II$ |
$(A.)$ नाभिकीय संलयन | $(P.)$ ऊप्मीय न्यूट्रॉनों का ${ }_{92}^{235} U$ द्वारा अवशोपण |
$(B.)$नाभिकीय संयंत्र में विखण्डन | $(Q.)$ ${ }_{27}^{60} Co$ नाभिक |
$(C.)$ $\beta$-क्षय | $(R.)$ तारों में हाइड्रोजन का हीलियम में परिवर्तन द्वारा ऊर्जा उत्पादन |
$(D.)$ $\gamma$-किरण उत्सर्जन | $(S.)$ भारी जल |
$(T.)$ न्यूट्रिनों उत्सर्जन |
रेडियोएक्टिव पदार्थ की अर्द्ध-आयु निर्भर करती है
किसी सेम्पल (निदर्श) में दो रेडियोएक्टिव नाभिक $P$ और $Q$ क्षयित होकर एक स्थायी नाभिक $R$ में परिवर्तित हो जाते हैं। जिसकी समय $t =0$ पर, $P$ के नाभिक $4 N _{0}$ और $Q$ के $N _{0}$ है। $( R$ में परिवर्तित होने के लिये) $P$ की अर्ध आयु $1$ मिनट और $Q$ की $2$ मिनट हैं प्रारम्भ में सेम्पल (निदर्श) में $R$ के नाभिक उपस्थित नहीं है। जब निदर्श में $P$ और $Q$ के नाभिकों की संख्या बराबर है, तब उनमें $R$ के नाभिकों की संख्या होगी
यूरेनियम रेडियोएक्टिव श्रेणी में, प्रारम्भिक नाभिक $_{92}{U^{238}}$ है और अंतिम नाभिक $_{82}P{b^{206}}$ है। जब यूरेनियम नाभिक का सीसे $(lead)$ में क्षय होता है तो उत्सर्जित $\alpha - $ कणों की संख्या होगी
एक रेडियोधर्मी पदार्थ की अर्द्ध-आयु $60$ मिनट है। $3$ घण्टे के दौरान परमाणु का कितने ......... $\%$ प्रतिशत भाग क्षय होगा