किसी रेडियोधर्मी पदार्थ की $16$ दिनों मे मात्रा घट कर $25\% $ रह जाती है। इसकी अर्द्धआयु ...........दिन है
$32$
$8$
$64$
$28 $
$30$ वर्ष में किसी रेडियोएक्टिव तत्व की नाभिकीय एक्टिवता अपनी प्रारम्भिक एक्टिवता की $\left(\frac{1}{8}\right)$ गुनी हो जाती है। इस रेडियोएक्टिव तत्व की अर्धायु $\dots$ वर्ष हैं।
एक औसत-आयु में रेडियोसक्रिय प्रतिदर्श
एक रेडियोएक्टिव नमूने की सक्रियता $t = 0$ पर $9750$ काउन्ट प्रति मिनट तथा $t = 5$ पर $975$ काउन्ट प्रति मिनट है, तो क्षय नियतांक लगभग .......... प्रति मिनट होगा
एक रेडियोधर्मी पदार्थ की अर्द्धआयु $20$ मिनट है। $20\% $ तथा $80\% $ क्षय के बीच समय ........... मिनट होगा
$2$ घंटे $30$ मिनट की अर्द्धायु वाला, नया-नया बना एक रेडियोसक्रिय स्त्रोत, अपने अनुमेय सुरक्षित स्तर के $64$ गुना विकिरण उत्सर्जित करता है। जिस न्यूनतम समय के बाद, इस स्त्रोत के साथ सुरक्षित कार्य करना संभव हो पाएगा, वह है $...........$ घंटे।