किसी रेडियोधर्मी प्रतिदर्श का अर्द्धआयुकाल $5$ वर्ष है। $10$ वर्ष में क्षय होने की प्रायिकता.........$\%$ होगी
$100$
$75$
$50$
$25$
किसी नमूने का अर्द्ध आयुकाल $3.8$ दिन है। कितने दिनों पश्चात्, यह नमूना मूल पदार्थ का $\frac{1}{8}$ वां भाग रह जायेगा
तीन रेडियोधर्मी पदार्थो $A , B$ तथा $C$ की सक्रियता को दिये गये चित्र में क्रमश : वक्र $A , B$ तथा $C$ से दिखाया गया है। इन पदार्थो की अर्ध आयुओं का अनुपात, $T _{\frac{1}{2}}( A ): T _{\frac{1}{2}}( B ): T _{\frac{1}{2}}( C )$, होगा :
एक रेडियोसक्रिय नाभिक (प्रारंभिक द्रव्यमान संख्या $A$ तथा परमाणु क्रमांक $Z)$ $3 \alpha -$कण और $2$ पॉजिट्रॉन उत्सर्जित करता है। परिणामी नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या का प्रोट्रॉनों की संख्या से अनुपात होगा
पोलोनियम का अर्द्ध-आयुकाल $140$ दिन है। कितने .........दिनों के पश्चात् $16$ ग्राम पोलोनियम केवल एक ग्राम रह जायेगा