त्रिज्या $R =0.2 \,mm$ वर्षा की कोई बूंद धरती से ऊपर ऊँचाई $h =2000 \,m$ के किसी बादल से गिरती है। उत्प्लावन बल को नगण्य माना गया है। यह मानते हुए कि यह बूंद गिरते सदैव गोलीय रहती है, इस वर्षा की बूंद द्वारा प्राप्त अंतिम चाल होगी।
[जल का घनत्व $f_{ w }=1000\, kg\, m ^{-3}$ वायु का घनत्व $f_{ a }$ $=1.2 \,kg m ^{-3}, g =10\, m / s ^{2}$ वायु का श्यानता गुणांक $=1.8 \times 10^{-5} \,Nsm ^{-2}$ ]
$14.4$
$2.47$
$43.56$
$4.94$
त्रिज्या $R$ के एक ठोस गोले का, श्यानता गुणांक $\eta$ के एक द्रव में (गुरूत्वीय बल के कारण) सीमान्त वेग $v_{1}$ है। यदि इस ठोस गोले को बराबर त्रिज्या के $27$ गोलों में बाँटा जाये तो प्रत्येक गोले का सीमान्त वेग इसी द्रव में $v_{2}$ पाया जाता है, तो $\left(v_{1} / v_{2}\right)$ का मान होगा ?
$\mathrm{M}$ द्रव्यमान तथा $\mathrm{d}$ घनत्व की छोटी गेंद का वेग ग्लिसरीन से भरे बर्तन में डालने पर कुछ समय बाद अचर हो जाता है। यदि ग्लिसरीन का घनत्व $\frac{\mathrm{d}}{2}$ हो, तो गेंद पर लगने वाला श्यान बल होगा :
$1750 \mathrm{~kg} / \mathrm{m}^3$ घनत्व के एक घोल में $6 \mathrm{~mm}$ व्यास का एक वायु का बुलबुला $0.35 \mathrm{~cm} / \mathrm{s}$. की दर से उठता है। घोल का श्यानता गुणांक_________Pas है (वायु का घनत्व नगण्य मानकर एवं दिया है, $\left.\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2}\right)$
किसी बेलनाकार नलिका से एक श्यान द्रव बह रहा है। द्रव के वेग वितरण को उचित रूप से निम्न चित्र द्वारा दर्शाया जा सकता है
नदी में जल धारा का वेग