चंद्रमा के पृष्ठ पर गुरुत्वीय त्वरण $1.7\, m s ^{-2}$ है । यदि किसी सरल लोलक का पृथ्वी के पृष्ठ पर आवर्तकाल $3.5\, s$ है, तो उसका चंद्रमा के पृष्ठ पर आवर्तकाल कितना होगा ? (पृथ्वी के पृष्ठ पर $\left.g=9.8\, m\, s ^{-2}\right)$

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Acceleration due to gravity on the surface of moon, $g^{\prime}=1.7\, m s ^{-2}$

Acceleration due to gravity on the surface of earth, $g=9.8\, m s ^{-2}$

Time period of a simple pendulum on earth, $T=3.5\, s$ $T=2 \pi \sqrt{\frac{l}{g}}$

Where, $l$ is the length of the pendulum

$\therefore l=\frac{T^{2}}{(2 \pi)^{2}} \times g$

$=\frac{(3.5)^{2}}{4 \times(3.14)^{2}} \times 9.8 \,m$

The length of the pendulum remains constant.

On moon's surface, time period, $T^{\prime}=2 \pi \sqrt{\frac{l}{g^{\prime}}}$ $=2 \pi \sqrt{\frac{\frac{(3.5)^{2}}{4 \times(3.14)^{2}} \times 9.8}{1.7}}=8.4\, s$

Hence, the time period of the simple pendulum on the surface of moon is $8.4\, s$

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यदि एक सरल लोलक को पृथ्वी की सतह से किसी गहरी खदान में ले जाये तो इसका दोलनकाल

एक पेण्डुलम घड़ी पृथ्वी तल पर सही समय दिखाती है इसे चन्द्र तल पर ले जाया जाता है तब यह चलेगी (दिया है $g$ चन्द्रतल $= g$ पृथ्वी$/6$ )

अचर लम्बाई के सरल लोलक का पृथ्वी की सतह पर आवर्तकाल $T$ है। इसका आवर्तकाल खदान के भीतर होगा

नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

$(a)$ किसी कण की सरल आवर्त गति के आवर्तकाल का मान उस कण के द्रव्यमान तथा बल-स्थिरांक पर निर्भर करता है : $T=2 \pi \sqrt{\frac{m}{k}}$ । कोई सरल लोलक सन्निकट सरल आवर्त गति करता है । तब फिर किसी लोलक का आवर्तकाल लोलक के द्रव्यमान पर निर्भर क्यों नहीं करता ?

$(b)$ किसी सरल लोलक की गति छोटे कोण के सभी दोलनों के लिए सन्निक सरल आवर्त गति होती है । बड़े कोणों के दोलनों के लिए एक अधिक गूढ़ विश्लेषण यह दर्शाता है कि $T$ का मान $2 \pi \sqrt{\frac{l}{g}}$ से अधिक होता है । इस परिणाम को समझने के लिए किसी गुणात्मक कारण का चिंतन कीजिए |

$(c)$ कोई व्यक्ति कलाई घड़ी बाँधे किसी मीनार की चोटी से गिरता है । क्या मुक्त रूप से गिरते समय उसकी घड़ी यथार्थ समय बताती है ?

$(d)$ गुरुत्व बल के अंतर्गत मुक्त रूप से गिरते किसी केबिन में लगे सरल लोलक के दोलन की आवृत्ति क्या होती है ?

यदि एक सरल लोलक की लम्बाई  $9 $ गुना एवं इसके गोलक का द्रव्यमान $4$ गुना कर दें तो इसका दोलनकाल हो जायेगा ($T =$ प्रारम्भिक दोलनकाल)