गरम करने पर ठोस फैलता है क्योंकि

  • [KVPY 2014]
  • A

    ठोस में परमाणुओं की साम्य स्थितियों के सापेक्ष, परमाणुओं के बीच की पारस्परिक क्रिया से संबद्ध स्थितिज ऊर्जा असममित (asymmetric) होती है।

  • B

    परमाणुओंकी दोलन आवृति बढ़ जाती है।

  • C

    गरम करने पर ठोस के दोनों छोरों पर ताप प्रवणता (gradient) उत्पन्न हो जाती है।

  • D

    गरम होते समय कैलोरिक नामक द्रव्य परमाणुओं के बीच के जगह को भर देता है जिसकी वजह से ठोस फैलता है।

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एक ही पदार्थ तथा समान व्यास वाले दो तारों जिनकी लम्बाई $l$ तथा $2l $ है, प्रत्येक में $F$ बल लगाया जाता है। तारों में किये गये कार्य का अनुपात होगा

$Y$ यंग प्रत्यास्थता, $L$ लंबाई एवं $A$ अनुप्रस्थ परिच्छेद के एक ढीले तार का एक सिरा एक हढ़ दीवार से बंधा है। तार का दूसरा सिरा $m$ द्रव्यमान के एक गुटके से बंधा है जो चिकने क्षैतिज तल पर रखा हुआ है। गुटके को $v$ चाल से गति प्रदान की जाती है। तार के सीधे हो जाने के पश्चात गुटका रुकने से पहले कितनी दूरी चल पाएगा।

  • [KVPY 2015]

निम्नलिखित में से प्रत्यास्थ स्थितिज ऊर्जा घनत्व के लिए सही सम्बन्ध है

उध्र्वाधर रूप से लटके किसी तार के एक सिरे को $200\, N$ के भार से खींचा जाता है। यह भार तार को $1$ मिलीमीटर तक खींचता है। तार में संचित प्रत्यास्थ ऊर्जा ....... $J$ होगी

  • [AIEEE 2003]

$y$ प्रत्यास्थता गुणांक वाले एक तार में $x$ रेखीय विकृति पैदा की जाती है, तो इस तार के पदार्थ के एकांक आयतन में संचित प्रत्यास्थ ऊर्जा है

  • [AIIMS 2001]