एक स्प्रिंग को जब $2\, mm $ खींचा जाता है, तो इसकी स्थितिज ऊर्जा $4 \,J$ हो जाती है। यदि इसे $10\, mm$ खींचा जाये तो स्थितिज ऊर्जा होगी
$4 \,J$
$54\, J$
$415 \,J$
इनमें से कोई नहीं
$10 \,N/m$ बल नियतांक के एकस्प्रिंग में प्रारम्भिक खिंचाव $0.20 \,m $ है, तो खिंचाव को $0.25 \,m$ करने में स्थितिज ऊर्जा में वृद्धि......जूल होगी
एक ऊर्ध्व स्प्रिंग मेज़ से खड़ा जोड़ा हुआ है। इसका बल नियतांक $k$ है। द्रव्यमान $m$ के एक गोले को स्प्रिंग के मुक्त सिरे के ठीक ऊपर से ऊँचाई $h$ से गिराने पर स्प्रिंग दूरी $d$ से पिचक जाता है। इस प्रक्रम में हुआ शुद्ध कार्य होगा
जब $1.0 kg$ द्रव्यमान को $50 cm$ लम्बाई की स्प्रिंग से लटकाया जाता है, तो स्प्रिंग $2 cm$ खिंच जाती है। यदि द्रव्यमान को तब तक नीचे खींचा जाये जब तक कि स्प्रिंग $60 cm$ लम्बी न हो जाये तो इस स्थिति में स्प्रिंग में संचित प्रत्यास्थ ऊर्जा ............ $\mathrm{Joule}$ होगी (यदि $g = 10\;m/s)$
चित्रानुसार एक प्लेटफॉर्म पर $h =10\,cm$ ऊँचाई से $100\,g$ द्रव्यमान की बॉल को गिराया जाता है। प्लेटफॉर्म उर्ध्व स्प्रिंग पर पर बँधा है। बॉल प्लेटफॉर्म पर रूकती है और प्लेटफॉर्म $\frac{ h }{2}$ दूरी नीचे आता है। स्प्रिंग नियतांक $.......... Nm ^{-1}$ है । $\left( g =10\,ms ^{-2}\right)$
स्प्रिंग तुला के लिये भार तथा पाठ्यांक के बीच ग्राफ दर्शाया गया है। स्प्रिंग का बल नियतांक....... किग्रा/सेमी होगा