एक समानरूपी लकड़ी के पतले तखते $A B$ की लम्बाई $L$ एवं द्रव्यमान $M$ है को एक मेज्र पर इस प्रकार रखा गया है कि इसका $B$ किनारा मेज के किनारे से थोडा बाहर निकला हुआ है।इस तख्ते के $B$ किनारे पर $J$ आवेग लगाया जाता है | इस आवेग के परिणाम स्वरुप तख्ता ऊपर उठता है और इसका द्रव्यमान केंद्र मेज्ञ के सतह से $h$ ऊंचाई तक चला जाता है | तब,

  • [KVPY 2017]
  • A

    $h > 9 J^{2} / 8 M^{2} g$

  • B

    $h=J^{2} / 2 M^{2} g$

  • C

    $J^{2} / 2 M^{2} g < h < 9 J^{2} / 8 M^{2} g$

  • D

    $h < J^{2} / 2 M^{2} g$

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