रेखीय घनत्व $9.0 \times 10^{-4} \;kg / m$ वाला एक तार दो दढ़ आधारों के बीच $900 \;N$ तनाव से खींचा जाता है। तार $500\; Hz$ आवत्ति पर अनुनादित होता है। अगली उच्च आवत्ति जिस पर वही तार अनुनादित करता है, $550\; Hz$ है। तार की लम्बाई मीटर है।
$50$
$100$
$10$
$2$
एक सोनोमीटर प्रयोग में जब डोरी से $180 \mathrm{~g}$ का
एक द्रव्यमान बाँधा गया है, यह $30 \mathrm{~Hz}$ की मूल
आवृत्ति से कम्पन्न करती है। द्रव्यमान $m$ को जोड़ने
डोरी $50 \mathrm{~Hz}$ मूलभूत आवृति से कम्पन्न करती है। $\mathrm{m}$ का मान____________$\mathrm{g}$ है।
दो सर्वसम सोनोमीटर के तारों की मूल आवृत्ति $500\, Hz$ है व इनमें तनाव समान है। इनमें से किसी एक तार के तनाव में कितने प्रतिशत वृद्धि की जाये कि दोनों को साथ-साथ बजाने पर इनसे $5$ विस्पंद/सैकण्ड उत्पन्न ... $\%$ हों
दो दृढ़ आधारों पर कसी डोरी की लम्बाई $40 cm$ है। इस पर उत्पन्न अप्रगामी तरंग की अधिकतम तरंगदैध्र्य .... सेमी. में होगी
तीन एकसमान तारों (wires) के कम्पनों की आवृत्तियाँ $n_1, n_2$ एवं $n_3$ हैं यदि इन्हें जोड़कर एक तार बनाया जाये तो इसके कम्पन की आवृत्ति होगी
प्रायोगिक सोनोमीटर के समान एक डोरी वाली वाधयंत्र की डोरी को बीच में खींचकर छोड़ा जाता है। यदि किसी सितार की डोरी को सिरे से एक चौथाई लम्बाई पर दबाकर छोड़ा जाये तो उत्पन्न संभावित संनादी होगा