तीन एकसमान तारों (wires) के कम्पनों की आवृत्तियाँ $n_1, n_2$ एवं $n_3$ हैं यदि इन्हें जोड़कर एक तार बनाया जाये तो इसके कम्पन की आवृत्ति होगी
$n = {n_1} + {n_2} + {n_3}$
$\frac{1}{n} = \frac{1}{{{n_1}}} + \frac{1}{{{n_2}}} + \frac{1}{{{n_3}}}$
$n = n _{1} \times n _{2} \times n _{3}$
$n =\frac{ n _{1}+ n _{2}+ n _{3}}{3}$
एक सोनोमीटर प्रयोग में जब डोरी से $180 \mathrm{~g}$ का
एक द्रव्यमान बाँधा गया है, यह $30 \mathrm{~Hz}$ की मूल
आवृत्ति से कम्पन्न करती है। द्रव्यमान $m$ को जोड़ने
डोरी $50 \mathrm{~Hz}$ मूलभूत आवृति से कम्पन्न करती है। $\mathrm{m}$ का मान____________$\mathrm{g}$ है।
एक तनी हुयी डोरी दो दृढ़ सिरों पर कसी हुयी है इस पर कम्पन का समीकरण $y = \cos 2\pi \,t\sin 2\pi x$ है डोरी की न्यूनतम लम्बाई होगी
$n$ आवृत्ति से कम्पन करने वाले स्रोत द्वारा उत्पन्न डोरी में तरंगें किसी क्षण दाँयी ओर संचरित हो रही हैं
निम्न कथनों पर विचार करें
$I.$ तरंग की चाल $4n \times ab$ है
$II.$ बिन्दु $a$ व $d$ पर माध्यम $\frac{4}{{3n}}sec$ बाद समान कला में होंगे
$III.$ बिन्दु $b$ तथा $e$ के बीच कलान्तर $\frac{{3\pi }}{2}$
इनमें सत्य कथन है
किसी सोनोमीटर के तार की आवृत्ति $n$ है। यदि तार का तनाव चार गुना एवं इसकी लम्बाई को दो गुना कर दिया जाए तो नई आवृत्ति होगी
एक तनी हुयी डोरी की लम्बाई $110 cm$ है। यह डोरी तीन खण्डो में कम्पित होती है जिनकी आवृत्तियों का अनुपात $1 : 2 : 3$ है। इन खण्डों की लम्बाईयों का अनुपात होगा