दो दृढ़ आधारों पर कसी डोरी की लम्बाई $40 cm$ है। इस पर उत्पन्न अप्रगामी तरंग की अधिकतम तरंगदैध्र्य .... सेमी. में होगी
$20$
$80$
$40$
$120$
$1\,m$ लम्बाई तथा $5\, g$ द्रव्यमान की एक डोरी के दोनों सिरों को दृढ़ रखा है। डोरी में $8.0\, N$ का तनाव है। $100\, Hz$ आवृत्ति के एक बाहरी कम्पित्र से डोरी में कम्पन्न उत्पन्न करते है। डोरी में बने निकटतम निस्पंदों के बीच की दूरी का सन्निकट मान $.....\,cm$ होगा।
सितार से श्रोता तक आने में ध्वनि का प्रकार होता है
दो दृढ़ आधारों के बीच तनित किसी एक रस्सी के कम्पनों की मूल आवृत्ति (fundamental frequency) $50 \mathrm{~Hz}$ है। रस्सी का द्रव्यमान $18 \mathrm{~g}$ एवं इसका रेखीय द्रव्यमान घनत्व $20 \mathrm{~g} / \mathrm{m}$ है। रस्सी में उत्पन्न अनुप्रस्थ तरंग की चाल_________________$\mathrm{ms}^{-1}$ है।
सोनोमीटर के एक प्रयोग में, $256 Hz$ आवृत्ति का एक स्वरित्र $25cm$ लम्बाई के साथ अनुनाद में है एवं एक अन्य स्वरित्र $16 cm$ लम्बाई के साथ अनुनाद में है यदि दोनों स्थितियों में तनाव नियत हो तो द्वितीय स्वरित्र की आवृत्ति .... $Hz$ होगी
एक तनी हुई डोरी के कम्पनों का परीक्षण करने वाला उपकरण है