ऊष्मा के जूल नियम के अनुसार उत्पन्न ऊष्मा $H = {I^2}\,Rt$ जहाँ $I$ धारा, $R$ प्रतिरोध तथा $t$ समय है। यदि $I, R$ तथा $t$ के मापन में त्रुटियाँ क्रमश: $3\%, 4\%$ तथा $6\%$ हैं तो $H$ के मापन में त्रुटि है
$ \pm 17\%$
$ \pm 16\%$
$ \pm 19\%$
$ \pm 25\%$
किसी भौतिक राशि ' $y$ ' को नीचे दिए गए सूत्र द्वारा निरूपित किया गया है। $y = m ^{2} r ^{-4} g ^{ x } l^{-\frac{3}{2}}$ यदि $y , m$, r. $l$ और $g$ में त्रटि-प्रतिशतता क्रमश: $18,1,0.5,4$ और $p$ है, तो $x$ और $p$ के मान होंगे?
$(5 \pm 0.5) \mathrm{kg}$ द्रव्यमान का एक पिण्ड, $(20 \pm 0.4) \mathrm{m} / \mathrm{s}$ के वेग से गति कर रहा है। इसकी गतिज ऊर्जा होगी
किसी तापमापी द्वारा मापे गए दो पिण्डों के ताप क्रमशः $t_{1}=20^{\circ} C \pm 0.5^{\circ} C$ एवं $t_{2}=50^{\circ} C$ $\pm 0.5^{\circ} C$ हैं। इन पिण्डों का तापान्तर और उसमें आई त्रुटि परिकलित कीजिए।
सर्ल के प्रयोग में वर्नियर पैमाने का शून्य मुख्य पैमाने पर $3.20 \times 10^{-2} m$ तथा $3.25 \times 10^{-2} m$ के बीच है। वर्नियर पैमाने का बीसवाँ भाग ( $20^{\text {th }}$ division) मुख्य पैमाने के किसी एक भाग के बिलकुल सीध में है। तार पर $2 \ kg$ का अतिरिक्त भार लगाने पर, यह देखा गया कि वर्नियर पैमाने का शून्य अभी भी मुख्य पैमाने पर $3.20 \times 10^{-2} m$ तथा $3.25 \times 10^{-2} m$ के बीच है, परन्तु अब वर्नियर पैमाने का पैंतालिसवाँ भाग ( $45^{\text {th }}$ division) मुख्य पैमाने के किसी अन्य भाग के बिलकुल सीध में है। धातु के पतले तार की लम्बाई $2 m$ तथा अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $8 \times 10^{-7} m ^2$ है। पैमाने का अल्पतमांक (least count) $1.0 \times 10^{-5} m$ है। तार के यंग प्रत्यास्थता गुणांक (Young's modulus) में अधिकतम प्रतिशत त्रुटि है।
एक भौतिक राशि $z$ का चार अन्य राशियों $a, b, c$ तथा $d$ से सम्बन्ध $z =\frac{ a ^{2} b ^{\frac{2}{3}}}{\sqrt{ c } d ^{3}}$ है। राशि $a , b , c$ तथा $d$ के मापन में प्रतिशत त्रुटियाँ क्रमश : $2\, \%, 1.5\, \%, 4 \,\%$ तथा $2.5 \,\%$ हैं। $z$ में प्रतिशत त्रुटि का मान होगा।