पाँच अर्द्धआयुकालों के पश्चात् प्रारम्भिक पदार्थ का शेष भाग होगा
${\left( {\frac{1}{2}} \right)^{10}}$
${\left( {\frac{1}{2}} \right)^5}$
${\left( {\frac{1}{2}} \right)^4}$
${\left( {\frac{1}{2}} \right)^3}$
किसी रेडियोधर्मी प्रतिदर्श का अर्द्धआयुकाल $5$ वर्ष है। $10$ वर्ष में क्षय होने की प्रायिकता.........$\%$ होगी
पदार्थ $\mathrm{A}$ की परमाणु द्रव्यमान संख्या 16 एवं इसकी अर्द्धायु $1$ दिन है। एक अन्य पदार्थ $B$ की परमाणु द्रव्यमान संख्या $32$ एवं अर्द्धायु $\frac{1}{2}$ दिन है। यदि $\mathrm{A}$ एवं $\mathrm{B}$ एक ही समय पर एक साथ रेडियोसक्रियता से गुजरना प्रारम्भ करते हैं, जिसमें प्रत्येक का प्रारम्भिक द्रव्यमान $320 \mathrm{~g}$ है तो दो दिन बाद $\mathrm{A}$ और $\mathrm{B}$ के $............\times 10^{24}$ परमाणु संयुक्त रूप से बचेगे?
रेडॉन का अर्द्धआयुकाल $3.8$ दिन है। रेडॉन का तीन-चौथाई भाग कितने दिन में क्षय ........दिन होगा
यदि रेडियम का रेडियोसक्रिय नियतांक $1.07 \times {10^{ - 4}}$ प्रतिवर्ष है तो इसका अर्द्ध-आयुकाल लगभग ......... वर्ष होगा
किसी रेडियोएक्टिव नाभिक की अर्द्धायु $5$ वर्ष है। वास्तविक नमूने का वह भाग जो $15$ वर्षो में क्षय हो जाएगा, वह है: