किसी रेडियोसक्रिय पदार्थ की अर्द्ध-आयु $(T)$ तथा क्षयांक $(\lambda )$ के बीच निम्न सम्बन्ध होता है
$\lambda T = 1$
$\lambda T = 0.693$
$\frac{T}{\lambda } = 0.693$
$\frac{\lambda }{T} = 0.693$
किसी रेडियोधर्मी पदार्थ की प्रारम्भिक मात्रा $16\,gm$ है। $120$ दिनों बाद यह घटकर $1\,gm$ रह जाता है तो रेडियोधर्मी पदार्थ की अर्द्धआयु ........ दिन है
एक रेडियो एक्टिव नाभिक का क्षय दो विभिन्न प्रक्रम में होता है। प्रथम प्रक्रम की अर्द्ध आयु $5$ मिनट तथा दूसरे प्रक्रम की अर्द्धआयु $30$ से. है। नाभिक की प्रभावी अर्द्धआयु की गणना $\frac{\alpha}{11}$ से. की गयी है। $\alpha$ का मान______________ है।
किसी रेडियोएक्टिव तत्व की अर्द्धआयु $10$ दिन है। वह समय जिसमें मात्रा प्रारम्भिक द्रव्यमान की $1/10$ रह जायेगी .......दिन होगा
निम्न आलेख एक रेडियोधर्मी पदार्थ की सक्रीयता के लघुगुणक $(\log R)$ का समय (मिनट में) के साथ परिवर्तन दर्शाता है। क्षय की अर्ध आयु (मिनट में) लगभग होगी
रेडियम का अर्धआयु काल लगभग $1600$ वर्ष होता है। रेडियम के जिस टुकड़े का आज द्रव्यमान $100$ ग्राम है वह कितने ............. वर्ष पश्चात् $25$ ग्राम शेष रह जायेगा