किसी रेडियोसक्रिय पदार्थ की अर्द्ध-आयु $(T)$ तथा क्षयांक $(\lambda )$ के बीच निम्न सम्बन्ध होता है
$\lambda T = 1$
$\lambda T = 0.693$
$\frac{T}{\lambda } = 0.693$
$\frac{\lambda }{T} = 0.693$
किसी रेडियोएक्टिव समस्थानिक $'X'$ की अर्ध आयु $50$ वर्ष है। इसके क्षय होने से तत्व $'Y'$ बनता है जो स्थायी है। किसी चट्टान के निदर्श ( सेम्पल) में $'X'$ और $'Y'$ तत्वों का अनुपात $1: 15$ पाया गया तो चट्टान की आयु का आकलन किया गया है: (वर्ष में)
रेडियम का क्षयांक $4.28 \times {10^{ - 4}}$ प्रति वर्ष है। इसकी अर्द्ध-आयु लगभग ..........वर्ष होगी
$B{i^{210}}$ की अर्द्ध-आयु $5$ दिन है। यदि हम इस समस्थानिक के $50,000$ परमाणुओं से प्रारम्भ करें तो $10$ दिन पश्चात् शेष परमाणुओं की संख्या होगी
यदि $40$ दिनों में एक रेडियोधर्मी पदार्थ, मूल द्रव्यमान का $\frac{1}{{16}}$ भाग रह जाता है। तो इसकी अर्द्धआयु ..........दिन है
एक रेडियोसक्रिय तत्व में $10^{10}$ रेडियोसक्रिय नाभिक हैं। इसकी अर्ध-आयु $1$ मिनट है। $30$ सेकन्ड बाद कितने नाभिक बचे रहेगें? $(\sqrt{2}=1.414)$