एक दीर्घवृत्त की उत्केन्द्रता $\frac{1}{2}$ और एक नाभि बिन्दु $P\left( {\frac{1}{2},\;1} \right)$ है। इसकी एक नियता वृत्त ${x^2} + {y^2} = 1$ और अतिपरवलय ${x^2} - {y^2} = 1$ की बिन्दु $P$ के निकट स्थित उभयनिष्ठ स्पर्श रेखा है। दीर्घवृत्त का मानक रूप में समीकरण होगा
$\frac{{{{(x - 1/3)}^2}}}{{1/9}} + \frac{{{{(y - 1)}^2}}}{{1/12}} = 1$
$\frac{{{{(x - 1/3)}^2}}}{{1/9}} + \frac{{{{(y + 1)}^2}}}{{1/12}} = 1$
$\frac{{{{(x - 1/3)}^2}}}{{1/9}} - \frac{{{{(y - 1)}^2}}}{{1/12}} = 1$
$\frac{{{{(x - 1/3)}^2}}}{{1/9}} - \frac{{{{(y + 1)}^2}}}{{1/12}} = 1$
दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{36}} + \frac{{{y^2}}}{{49}} = 1$ के नाभिलम्ब की लम्बाई होगी
शांकव $9{x^2} + 4{y^2} - 6x + 4y + 1 = 0$के अक्षों की लम्बाईयाँ हैं
उस दीर्घवृत्त का समीकरण ज्ञात कीजिए, जिसकी दीर्घ अक्ष, $x-$ अक्ष के अनुदिश है और $(4,3)$ तथा $(-1,4)$ दीर्घवृत्त पर स्थित हैं।
दीर्घवृत्त में नाभियों और शीर्षों के निर्देशांक, दीर्घ और लघु अक्ष की लंबाइयाँ, उत्केंद्रता तथा नाभिलंब जीवा की लंबाई ज्ञात कीजिए
$36 x^{2}+4 y^{2}=144$
दीर्घवृत्त $\frac{x^{2}}{9}+\frac{y^{2}}{5}=1$ के नाभिलम्बों के सिरों पर खींची गई स्पर्श रेखाओं द्वारा निर्मित चतुर्भुज का क्षेत्रफल (वर्ग इकाइयों में) है