अपरिमित लम्बाई और $R$ त्रिज्या के एक ठोस बेलन पर एक समान आयतन-आवेश-घनत्व $\rho$ है। इसमें $R / 2$ त्रिज्या एक खोखला गोलीय-कोष बेलन के अक्ष पर केन्द्रित है (चित्र देखिये)$।।$ अक्ष से $2 \ R$ दूरी पर स्थित बिन्दु $P$ पर विधुत $\frac{23 p }{16 k \varepsilon_0}$ से दिया जाता है। तब $k$ का मान क्या है ?
$6$
$7$
$8$
$9$
केन्द्र से $\mathrm{r}$ दूरी के साथ $\mathrm{R}$ त्रिज्या के एक एकसमान आवेशित कुचालक ठोस गोले के कारण वैद्युत क्षेत्र का अभिरेखीय परिवर्तन निम्न प्रकार प्रंदर्शित है:
दिया है, एक गोलीय सममित आवेश वितरण जिसमें आवेश घनत्व इस प्रकार परिवर्तित होता है।
$\rho(r)=\rho_{0}\left(\frac{5}{4}-\frac{ r }{ R }\right), r=R$ तक और $\rho(r)=0$
$r>R$ के लिए जहाँ $r$ मूलबिन्दु से दूरी है। मूलबिन्दू से दूरी $r(r< R)$ पर विघुत-क्षेत्र इस प्रकार दिया जाता है
एक बिन्दु आवेश $Q$, एक एकसमान रेखीय आवेश घनत्व (Linear charge density) $\lambda$ वाले अनन्त लम्बाई तके तार तथा एक एकसमान पृष्ठ आवेश घनत्व (uniform surface charge density) $\sigma$ वाले अनन्त समतल चादर के कारण $r$ दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रतायें क्रमश: $E_1(r), E_2(r)$ तथा $E_3(r)$ हैं यदि एक दी गई दूरी $r_0$ पर $E_1\left(r_0\right)=E_2\left(r_0\right)=E_3\left(r_0\right)$ तब
$10\,cm$ त्रिज्या वाले एकसमान आवेशित कुचालक गोले के केन्द्र से $20\,cm$ की दूरी पर विद्युत क्षेत्र $100\, V/m$ है। गोले के केन्द्र से $3\,cm$ दूरी पर विद्युत क्षेत्र .....$V/m$ होगा