अनन्त लम्बाई और चौडाई वाले दो समतलों के बीच $30^{\circ}$ का कोण बना हुआ है और उन पर एक समान पृष्ठ घनत्व $+\sigma$ का आवेश है। इन समतलों के बीच दिखाये गये क्षेत्र मे विधुत क्षेत्र होगा:
$\frac{\sigma}{\varepsilon_{0}}\left[\left(1+\frac{\sqrt{3}}{2}\right) \hat{\mathrm{y}}+\frac{\hat{\mathrm{x}}}{2}\right]$
$\frac{\sigma}{2 \varepsilon_{0}}\left[\left(1-\frac{\sqrt{3}}{2}\right) \hat{\mathrm{y}}-\frac{\hat{\mathrm{x}}}{2}\right]$
$\frac{\sigma}{2 \varepsilon_{0}}\left[(1+\sqrt{3}) \hat{\mathrm{y}}+\frac{\hat{\mathrm{x}}}{2}\right]$
$\frac{\sigma}{2 \varepsilon_{0}}\left[(1+\sqrt{3}) \hat{\mathrm{y}}-\frac{\hat{\mathrm{x}}}{2}\right]$
केन्द्र से $\mathrm{r}$ दूरी के साथ $\mathrm{R}$ त्रिज्या के एक एकसमान आवेशित कुचालक ठोस गोले के कारण वैद्युत क्षेत्र का अभिरेखीय परिवर्तन निम्न प्रकार प्रंदर्शित है:
किसी खोखले आवेशित चालक में उसके पृष्ठ पर कोई छिद्र बनाया गया है। यह दर्शाइए कि छिद्र में विध्यूत क्षेत्र $\left(\sigma / 2 \varepsilon_{0}\right) \hat{ n }$ है, जहाँ $\hat{ n }$ अभिलंबवत दिशा में बहिर्मुखी एकांक सदिश है तथा $\sigma$ छिद्र के निकट पृष्ठीय आवेश घनत्व है
एक पतले अनन्त आवेशित तल एवं एक अनन्त रेखीय आवेश के आवेश घनत्व क्रमशः $+\sigma$ एवं $+\lambda$ हैं, जो कि एक-दूसरे से $5 \mathrm{~m}$ की दूरी पर एक-दूसरे के समानान्तर रखे हैं। रेखीय आवेश से आवेशित तल की तरफ क्रमशः $\frac{3}{\pi} \mathrm{m}$ एवं $\frac{4}{\pi} \mathrm{m}$ की लम्बवत दूरियों पर बिन्दू ' $P$ ' एवं ' $Q$ ' हैं। ' $E_P$ ' एवं ' $E_Q$ ' क्रमशः बिन्दु ' $P$ ' एवं ' $Q$ ' पर परिणामी विद्युत क्षेत्र की तीव्रताओं के परिमाण हैं। यदि $2|\sigma|=|\lambda|$ के लिए $\frac{E_p}{E_Q}=\frac{4}{a}$ है तो $a$ का मान_________है।
कुल आवेश $2 Q$ को त्रिज्या $R$ के गोले में इस प्रकार वितरित करते हैं कि आवेश घनत्व सम्बन्ध $\rho( r )= kr$ से दिया जाता है जहाँ $r$, केन्द्र से दूरी है। दो बराबर $Q$ आवेशों $A$ तथा $B$ को केन्द्र से $a$ दूरी पर व्यासीय विपरीत बिन्दुओं पर रखा गया है। यदि $A$ और $B$ कोई बल अनुभव नहीं करते हैं, तो ?
गॉस प्रमेय के अनुसार अनन्त लम्बाई के सीधे तार के कारण विद्युत क्षेत्र अनुक्रमानुपाती होता है