सर्ल के प्रयोग में वर्नियर पैमाने का शून्य मुख्य पैमाने पर $3.20 \times 10^{-2} m$ तथा $3.25 \times 10^{-2} m$ के बीच है। वर्नियर पैमाने का बीसवाँ भाग ( $20^{\text {th }}$ division) मुख्य पैमाने के किसी एक भाग के बिलकुल सीध में है। तार पर $2 \ kg$ का अतिरिक्त भार लगाने पर, यह देखा गया कि वर्नियर पैमाने का शून्य अभी भी मुख्य पैमाने पर $3.20 \times 10^{-2} m$ तथा $3.25 \times 10^{-2} m$ के बीच है, परन्तु अब वर्नियर पैमाने का पैंतालिसवाँ भाग ( $45^{\text {th }}$ division) मुख्य पैमाने के किसी अन्य भाग के बिलकुल सीध में है। धातु के पतले तार की लम्बाई $2 m$ तथा अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $8 \times 10^{-7} m ^2$ है। पैमाने का अल्पतमांक (least count) $1.0 \times 10^{-5} m$ है। तार के यंग प्रत्यास्थता गुणांक (Young's modulus) में अधिकतम प्रतिशत त्रुटि है।

  • [IIT 2014]
  • A

    $8$

  • B

    $7$

  • C

    $6$

  • D

    $5$

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एक भौतिक राशि $P$ निम्न सूत्र से प्रदर्शित की जाती है $P=\frac{{{A^3}{B^{\frac{1}{2}}}}}{{{C^{ - 4}}{D^{\frac{3}{2}}}}},$ तो $P$ में अधिकतम त्रुटि किस राशि के कारण आ सकती है

एक बेलन की लम्बाई मीटर छड़ से मापी जाती है जिसका अल्पतमांक $0.1 \;cm$ है। इसका व्यास वर्गीयर कैलीपर से मापा जाता है जिसका अल्पतमांक $0.01\; cm$ है। जिसकी लम्बाई $5.0 \;cm$ तथा त्रिज्या $2.00 \;cm$ दि गई है। तो आयतन में प्रतिशत त्रुटि होगी।

एक साधारण लोलक का प्रयोग किसी स्थान पर गुरूत्वाकर्षण के कारण त्वरण $g$ का मान ज्ञात करने के लिये किया जाता है । यदि लोलक की लम्बाई $25.0\, cm$ हो और इसके $40$ दोलनों के लिये एक $1 \,s$ वियोजन (resolution) वाली स्टॉपवाच से नापा गया समय $50 \,s$ हो तो $g$ के मान की परिशुद्धता (accuracy) ...... $\%$ होगी ।

  • [JEE MAIN 2020]

गोले की त्रिज्या के मापन में त्रुटि $0.2\%$ है। इसके आयतन की गणना में त्रुटि  ......... $\%$ होगी

एक पिण्ड का द्रव्यमान $22.42$ ग्राम तथा आयतन $4.7$ घन सेमी है। इसके मापन में $0.01$ ग्राम तथा $0.1$ घन सेमी की त्रुटि है, तो घनत्व में अधिकतम त्रुटि होगी

  • [AIPMT 1991]