$1$ मिलीमीटर त्रिज्या के सीधे लम्बे तार पर एकसमान आवेश वितरित है। तार पर प्रति सेमी. लम्बाई आवेश $Q$ कूलॉम है। अन्य बेलनाकार पृष्ठ जिसकी त्रिज्या $50$ सेमी. तथा लम्बाई $1$ मीटर है चित्रानुसार सममिति रूप से तार को घेरता है। बेलनाकार पृष्ठ से गुजरने वाला कुल विद्युत फ्लक्स है
$\frac{Q}{{{\varepsilon _0}}}$
$\frac{{100Q}}{{{\varepsilon _0}}}$
$\frac{{10Q}}{{(\pi {\varepsilon _0})}}$
$\frac{{100Q}}{{(\pi {\varepsilon _0})}}$
$(a)$ स्थिरवैध्यूत क्षेत्र रेखा एक संतत वक्र होती है अर्थात कोई क्षेत्र रेखा एकाएक नह्है टूट सकती। क्यों?
$(b)$ स्पष्ट कीजिए कि दो क्षेत्र रेखाएँ कभी भी एक-दूसरे का प्रतिच्छेदन क्यों नहीं करती?
पानी से भरे एक गोले के अन्दर एक विद्युत द्विध्रुव उत्तर-दक्षिण दिशा में रखा जाता है। कौनसा कथन सत्य है
एक घन के केन्द्र पर जिसकी प्रत्येक भुजा की लम्बाई $L$ है एक आवेश $q$ रखा है। घन से निर्गत विधुत फ्लक्स होगा:
एकसमान विद्युत क्षेत्र $E =3 \times 10^{3} \hat{ 1 } N / C$ पर विचार कीजिए
$(a)$ इस क्षेत्र का $10\, cm$ भुजा के वर्ग के उस पाश्व से जिसका तल $y z$ तल के समांतर है, गुजरने वाला फ्लक्स क्या है?
$(b)$ इसी वर्ग से गुजरने वाला फ्लक्स कितना है यद् इसके तल का अभिलंब $x$ -अक्ष से $60^{\circ}$ का कोण बनाता है?
एक आवेश $Q$ एक $a$ भुजा वाले वर्गाकार सतह के केन्द्र से $a/2$ ऊँचाई पर रखा हुआ है (चित्र देखें)
वर्गाकार सतह से जाने वाला विघुत फ्लक्स होगा