$a$ भुजा वाले एक समबाहु त्रिभुज $ABC$ के शीर्ष $A$ और $B$ पर समान आवेश $q$ रखे हैं। बिन्दु $C$ पर विद्युत क्षेत्र का परिमाण होगा
$\frac{q}{{4\pi {\varepsilon _0}{a^2}}}$
$\frac{{\sqrt 2 \,q}}{{4\pi {\varepsilon _0}{a^2}}}$
$\frac{{\sqrt 3 \,q}}{{4\pi {\varepsilon _0}{a^2}}}$
$\frac{q}{{2\pi {\varepsilon _0}{a^2}}}$
उस बिन्दु आवेश का परिमाण क्या है जो $60$ सेमी. दूरी पर $2\,N/C$ का विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करता है $(1/4\pi {\varepsilon _0} = 9 \times {10^9}\,N - {m^2}/{C^2})$
वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता का परिमाण $E$ इस प्रकार है कि उसमें रखे इलेक्ट्रॉन पर उसके भार के तुल्य बल लगता है। यह वैद्युत क्षेत्र होगा
द्रव्यमान $M$ तथा आवेश $q$ का एक पिण्ड एक स्प्रिंग नियतांक $k$ की स्प्रिंग से जुड़ा है। यह पिण्ड $x-$ दिशा में अपनी साम्यावस्था $x=0$ के सापेक्ष आयाम $A$ से दोलन कर रहा है। $x-$ दिशा में एक विघुत क्षेत्र $E$ लगाया जाता है। निम्न कथनों में कौन सा कथन सत्य है ?
चित्रानुसार छड़ $AB , 120^{\circ}$ पर $R$ त्रिज्या के चाप में मोड़ी जाती है। आवेश $(- Q )$ छड़ $AB$ पर एकसमान रूप से वितरित होता है। वक्रता केन्द्र $O$ पर विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ क्या होगा ?
एक समान आवेशित दीवार $2 \times 10^4 \mathrm{~N} / \mathrm{C}$ का लम्बवत एक समान वैद्युत क्षेत्र प्रदान करता है। $2$ ग्राम द्रव्यमान का एक आवेशित कण $20$ सेमी. लम्बे एक सिल्क के धागे से लटका है तथा यह दीवार से $10$ सेमी. की दूरी पर ठहरा है। कण पर आवेश $\frac{1}{\sqrt{\mathrm{x}}} \mu \mathrm{C}$ होगा जहाँ $\mathrm{x}=$. . . . . . . . . .[दिया है $g=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ ]