किसी रेडियोऐक्टिव पदार्थ की अर्ध-आयु $10$ मिनट है । यदि आरम्भ में नाभिकों की संख्या $600$ है, तो $450$ नाभिकों के विघटित होने में लगने वाला समय (मिनट में) है
$20$
$10$
$15$
$30$
एक रेडियोसक्रिय नाभिक $\alpha$- प्रति सेकेण्ड की नियत दर से उत्पन्न हो रहा है। क्षय नियतांक $\lambda $ है। यदि समय $t = 0$ पर नाभिकों की संख्या $N_0$ है तब अधिकतम सम्भव नाभिकों की संख्या है
किसी रेडियोसक्रिय पदार्थ की अर्द्ध-आयु $(T)$ तथा क्षयांक $(\lambda )$ के बीच निम्न सम्बन्ध होता है
$\alpha$- क्षय में किसी रेडियोधर्मी पदार्थ की अर्द्धआयु $1.2 \times {10^7}$ सैकण्ड है। पदार्थ के $4.0 \times {10^{15}}$ परमाणुओं के लिए विघटन दर क्या होगी
रेडियोएक्टिव क्षय में उत्सर्जित ऋण आवेशी $\beta$ -कण होते हैं
किसी रेडियोधर्मी तत्व का क्षय नियतांक $1.5 \times {10^{ - 9}}$ प्रति सैकण्ड है। इसकी औसत आयु सैकण्डों में होगी