किसी पदार्थ के लिए $\alpha - $ कण उत्सर्जन के लिए औसत आयु $1620$ वर्ष है एवं $\beta - $कण उत्सर्जन के लिए $405$ वर्ष है। तो $\alpha $ तथा $\beta $ कण उत्सर्जन के कितने ......... वर्ष पश्चात एक-चौथाई पदार्थ शेष रहेगा
$1500$
$300$
$449$
$810$
यूरेनियम रेडियोएक्टिव श्रेणी में, प्रारम्भिक नाभिक $_{92}{U^{238}}$ है और अंतिम नाभिक $_{82}P{b^{206}}$ है। जब यूरेनियम नाभिक का सीसे $(lead)$ में क्षय होता है तो उत्सर्जित $\alpha - $ कणों की संख्या होगी
किसी क्षण विशेष पर एक नमूने में अविघटित रेडियोएक्टिव नाभिकों की संख्या $25\%$ है। $10\, sec$ पश्चात अविघटित नाभिकों की संख्या घटकर $6.25\%$ रह जाती है, नाभिकों की औसत आयु........$sec$ है
तीन रेडियोधर्मी पदार्थो $A , B$ तथा $C$ की सक्रियता को दिये गये चित्र में क्रमश : वक्र $A , B$ तथा $C$ से दिखाया गया है। इन पदार्थो की अर्ध आयुओं का अनुपात, $T _{\frac{1}{2}}( A ): T _{\frac{1}{2}}( B ): T _{\frac{1}{2}}( C )$, होगा :
एक रेडियोएक्टिव नाभिक- $A$ जिसकी अर्द्ध -आयु $T$ है, का क्षय एक नाभिक- $B$ में होता है। समय $t=0$ पर कोई भी नाभिक- $B$ नहीं है। एक समय $t$ पर नाभिकों $B$ तथा $A$ की संख्या का अनुपात $0.3$ है तो $t$ का मान होगा:
रेडियम का अर्धआयु काल लगभग $1600$ वर्ष होता है। रेडियम के जिस टुकड़े का आज द्रव्यमान $100$ ग्राम है वह कितने ............. वर्ष पश्चात् $25$ ग्राम शेष रह जायेगा