समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग के लिए $\mathrm{E}=\mathrm{E}_0 \sin (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ एवं $\mathrm{B}=\mathrm{B}_0 \sin (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ हैं, औसत विद्युत ऊर्जा घनत्व तथा औसत चुम्बकीय ऊर्जा घनत्व का अनुपात है:
$1$
$\frac{1}{2}$
$2$
$4$
मुक्त आकाश में किसी बिन्दु पर सूर्य के प्रकाश की तीव्रता $0.092\, Wm ^{-2}$ है। इस बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र का शिखर मान होगा। $\left(\varepsilon_{0}=8.85 \times 10^{-12} \,C ^{2} \,N ^{-1}\, m ^{-2}\right)$
$TV$ तरंगों के तरंगदैध्र्य का क्रम $1-10\, meter $ है तो इसकी आवृत्ति का क्रम $MHz$ में होगा
एक विघुत चुंबकीय तरंग हवा से किसी अन्य माध्यम में प्रवेश करती है। उनके वैघुत क्षेत्र $\vec{E}_{1}=E_{01} \hat{x} \cos \left[2 \pi v\left(\frac{z}{c}-t\right)\right]$ हवा में एवं $\vec{E}_{2}=E_{02} \hat{x} \cos [k(2 z-c t)]$ माध्यम में हैं, जहाँ संचरण संख्या $k$ तथा आवृत्ति $v$ के मान हवा में हैं। माध्यम अचुम्बकीय है। यदि $\varepsilon_{r_{1}}$ तथा $\varepsilon_{r_{2}}$ क्रमशः हवा एवं माध्यम की सापेक्ष विघुतशीलता हो तो निम्न में से कौन सा विकल्प सत्य होगा ?
किसी विधुत चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र सदिश और चुम्बकीय क्षेत्र सदिश क्रमशः $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ i }$ और $\overrightarrow{ B }$ $= B _{0} \hat{ k }$ हैं। इस विधुत चुम्बकीय तरंग की संचरण दिशा होगी।
एक पराविधुत (dielectric) माध्यम में चलने वाली विधुतचुम्बकीय तरंग से सम्बंधित विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }=30(2 \hat{x}+\hat{y}) \sin \left[2 \pi\left(5 \times 10^{14} t-\frac{10^7}{3} z\right)\right] Vm ^{-1}$ है।
निम्न में से कौन सा(से) कथन सही है(हैं)?
[दिया है: निर्वात में प्रकाश की चाल $c=3 \times 10^8 m s ^{-1}$ ]
$(A)$ $B_x=-2 \times 10^{-7} \sin \left[2 \pi\left(5 \times 10^{14} t-\frac{10^7}{3} z\right)\right] Wb m ^{-2}$
$(B)$ $B_y=2 \times 10^{-7} \sin \left[2 \pi\left(5 \times 10^{14} t-\frac{10^7}{3} z\right)\right] Wb m ^{-2}$
$(C)$ तरंग $x y$-तल में $x$-अक्ष से $30^{\circ}$ का ध्रुव्रण कोण बनाते हुए ध्रुवित (polarized) है।
$(D)$ इस माध्यम का अपवर्तनांक $2$ है।