एक समतल विधुत-चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र
$\overrightarrow{ E }= E _{0}(\hat{ x }+\hat{ y }) \sin ( kz -\omega t )$ है । इसका चुम्बकीय क्षेत्र होगा ।
$\frac{ E _{0}}{ c }(\hat{ x }-\hat{ y }) \cos ( kz -\omega t )$
$\frac{ E _{0}}{ c }(-\hat{ x }+\hat{ y }) \sin ( kz -\omega t )$
$\frac{ E _{0}}{ c }(\hat{ x }-\hat{ y }) \sin ( kz -\omega t )$
$\frac{ E _{0}}{ c }(\hat{ x }+\hat{ y }) \sin ( kz -\omega t )$
विद्युत चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में संचरित होती है, माध्यम की आपेक्षिक चुम्बकशीलता $1.3$ एवं आपेक्षिक विद्युतशीलता $2.14$ है। इस माध्यम में विद्युत चुम्बकीय तरंग की चाल होगी
यदि $\overrightarrow E $ एवं $\overrightarrow B $ क्रमश: विद्युत चुम्बकीय तरंग के विद्युत क्षेत्र सदिश एवं चुम्बकीय क्षेत्र सदिश को व्यक्त करते हैं तो विद्युत चुम्बकीय तरंग संचरण की दिशा निम्न में से किसकी दिशा में होगी
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग मुक्त आकाश में $x$-दिशा में गतिशील है। आकाश के एक विशेष बिन्दु पर तरंग का विधुत क्षेत्र घटक, एक समय पर $E =6$ $V m ^{-1} y$-दिशा में है। उसके संगत इसका चुम्बकीय क्षेत्र घटक $B$ होगा ?
विद्युत चुम्बकीय तरंग के औसत विद्युत ऊर्जा घनत्व एवं कुल औसत ऊर्जा घनत्व का अनुपात होता है:
विद्युत-चुम्बकीय विकिरणों के एक बिन्दु स्रोत की औसत निर्गत शक्ति $800\, W$ है, तो स्रोत से $4.0 \,m$ की दूरी पर विद्युत क्षेत्र का अधिकतम मान.....$V/m$ होगा