चार समान परिमाण के बिन्दु धनात्मक $(+ve)$ आवेशों को एक दृढ़ (Rigid) वर्गाकार फ्रेम के चारों कोनों पर रखा गया है। फ्रेम का तल $z$-अक्ष के लम्बवत् (Perpendicular) है। अगर एक ऋणात्मक $(-ve)$ बिन्दु आवेश को फ्रेम से $z$ दूरी पर $(z << L)$
ऋणात्मक आवेश $Z$-अक्ष के अनुदिश दोलन करता है
यह फ्रेम से दूर चला जाता है
यह फ्रेम की ओर धीरे-धीरे चलता है और फ्रेम के तल में ही रहता है
यह फ्रेम के अन्दर से केवल एक बार गुजरता है
तीन बिन्दु आवेश $q,-2 q$ तथा $2 q, x$-अक्ष पर मूलबिन्दु से क्रमशः $x=0, x=\frac{3}{4} R$ तथा $x=R$ दूरी पर चित्रानुसार रखे हुये है। यदि $\mathrm{q}=2 \times 10^{-6} \mathrm{C}$ तथा $\mathrm{R}=2 \mathrm{~cm}$ हो तो आवेश $-2 \mathrm{q}$ पर लगने वाले कुल बल का परिमाण है।
किसी निश्चित आवेश $Q$ को दो भागों $q$ और $( Q - q )$ में विभाजित किया गया है। $Q$ तथा $q$ को किस प्रकार विभाजित किया जाना चाहिए ताकि $q$ और $( Q - q)$ को एक-दूसरे से किसी निश्चित दूरी पर रखे जाने पर ये परस्पर अधिकतम स्थिर विधुत प्रतिकर्षण बल का अनुभव करे?
चित्र में दर्शाए अनुसार किसी समबाहु त्रिभुज के शीर्षो पर स्थित आवेशों $q, q,$ तथा $-q$ पर विचार कीजिए। प्रत्येक आवेश पर कितना बल लग रहा है?
दो आवेशों $\mathrm{q}_1$ व $\mathrm{q}_2$ को $\mathrm{K}$ परावैद्युतांक वाले माध्यम में एक दूसरे से 'd' दूरी पर रखा गया है। समान स्थिर वैद्युत बल के लिए वायु में दोनों आवेशों के बीच समतुल्य दूरी क्या होगी ?
$R$ त्रिज्या के वृत्त पर $q$ परिमाण के $12$ घनात्मक आवेश समान दूरी पर रखे गए। एक $+Q$ आवेश को केन्द्र में रखा गया। यदि $q$ आवेशों में से एक को निकाल दिया जाए तो $Q$ पर बल क्या होगा ?