यदि आवृत्ति, घनत्व $(\rho )$ लंबाई $(a)$ तथा पृष्ठ-तनाव $(T)$ का फलन हो तो इसका मान होगा
$k\,{\rho ^{1/2}}{a^{3/2}}/\sqrt T $
$k\,{\rho ^{3/2}}{a^{3/2}}/\sqrt T $
$k\,{\rho ^{1/2}}{a^{3/2}}/{T^{3/4}}$
$k\,{\rho ^{1/2}}{a^{1/2}}/{T^{3/2}}$
यदि वेग $v,$ त्वरण $A$ तथा बल $F$ को मूल राशियाँ मान लिया जाए, तो कोणीय संवेग का $v,\,A$ और $F$ के पदों में विमीय सूत्र होगा
यदि $L$ तथा $R$ क्रमश: प्रेरकत्व तथा प्रतिरोध को प्रदर्शित करते हैं तो $\frac{R}{L}$ की विमायें होंगी
प्लांक स्थिरांक एवं जड़त्व-आघूर्ण की विमा का अनुपात किस राशि की विमा के तुल्य है
प्रतिरोध $R$ की विमा है
प्लांक स्थिरांक $h$, प्रकाश की चाल $c$ तथा गुरूत्वाकर्षण स्थिरांक $G$ को लम्बाई की इकाई $L$ तथा द्रव्यमान की इकाई $M$ बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। तब सही कथन है (है)
$(A)$ $M \propto \sqrt{ c }$ $(B)$ $M \propto \sqrt{ G }$ $(C)$ $L \propto \sqrt{ h }$ $(D)$ $L \propto \sqrt{G}$