डाइबोरेन के लिए नीचे कथन दिए है
$(a)$ $I _{2}$ के साथ $NaBH _{4}$ के ऑक्सीकरण द्वारा डाइबोरेन का विरचन करते है।
$(b)$ प्रत्येक बोरोन परमाणु का संकरण $Sp ^{2}$ है।
$(c)$ डाइबोरेन में एक सेतुबंध त्रिकेन्द्रीय-द्विइलेक्ट्रॉन आबंध होता है।
$(d)$ डाइबोरेन एक समतलीय अणु है।
नीचे दिए गये विकल्पों में से जिनमें कथन सही है/हैं वह है $-$
केवल $(c)$ तथा $(d)$
केवल $(a)$
केवल $(c)$
केवल $(a)$ तथा $(b)$
जब $Al$ को $KOH$ विलयन में मिलाते हैंं, तो
निम्न में से एक कथन सत्य है
एल्यूमीनियम के विद्युत अपघटनी परिशोधन के लिए, तीन संगलित पतोर्ं में होती हैं
निचली परत |
मध्य परत |
ऊपरी परत |
डाईबोरेन में, दो $H - B - H$ कोण लगभग हैं
ग्रुप$13$ के तत्व $E$ का बाह्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास $4 s ^{2}, 4 p ^{1}$ है। $p-$ ब्लाक के आवर्त पाँच के एक तत्व जो $E$ के सापेक्ष विकर्ण पर उपस्थित है, का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास है