यदि ${S_k}$ किसी समान्तर श्रेणी के $k$ पदों का योगफल है जिसके प्रथम पद एवं सार्वअन्तर क्रमश: $‘a’$ व $‘d’$ हैं, तो $\frac{{{S_{kn}}}}{{{S_n}}}$,$n$ से स्वतंत्र होगा यदि
$2a - d = 0$
$a - d = 0$
$a - 2d = 0$
इनमें से कोई नहीं
उन सभी दो अंकों की संख्याओं का योगफल, जिन्हें $4$ से विभाजित करने पर शेषफल $1$ मिलता हो,
यदि $\log _e a, \log _e b, \log _e c$ एक $A.P.$ में हैं तथा $\log _e a-\log _e 2 b, \log _e 2 b-\log _e 3 c, \log _e 3 c-\log _e a$ भी एक $A.P.$ में हैं, तो $a: b: c$ बराबर है ..................
यदि $a,\;b,\;c,\;d,\;e,\;f$ समान्तर श्रेणी में हों, तो $e - c$ का मान होगा
माना $3,7,11,15, \ldots, 403$ तथा $2,5,8,11, \ldots$ $404$ दो समान्तर श्रेढ़ियाँ है तो इनमें उभयनिष्ठ पदों का योग है .............
किसी समांतर श्रेणी के $m$ तथा $n$ पदों के योगफलों का अनुपात $m^{2}: n^{2}$ है तो दर्शाइए कि $m$ वें तथा $n$ वें पदों का अनुपात $(2 m-1):(2 n-1)$ है।