यदि एक कण वृत्तीय पथ पर इस प्रकार गति कर रहा है कि यह समान समय में समान कोण अंतरित करता है, तो इसका वेग सदिश

  • A

    नियत रहता है

  • B

    परिमाण में बदल जाता है

  • C

    दिशा में बदल जाता है

  • D

    परिमाण तथा दिशा दोनों में बदल जाता है

Similar Questions

एक कण $0.5\, m/s$​ के चाल से शंक्वाकार फनेल में, जिसकी आन्तरिक सतह घर्षण रहित है, क्षैतिज वृत्त में गति करता है। फनेल के शीर्ष से वृृत्त के तल की ऊँचाई ........ $cm$ होगी

एक पहिये को इसकी अक्ष के परित: एकसमान कोणीय त्वरण दिया जाता है। इसका प्रारम्भिक कोणीय वेग शून्य है। पहले दो सैकण्ड में यह ${\theta _1}$ कोण से घूम जाता है तथा अगले $2$ सैकण्ड में यह ${\theta _2}$ कोण से घूमता है, तो $\frac{{{\theta _2}}}{{{\theta _1}}}$ अनुपात है

  • [AIIMS 1985]

एक कार $r$ त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर रेखीय वेग $v$ से गति कर रही है। यदि इसकी चाल $a\,$मीटर/सैकण्ड$^2$ के त्वरण से बढ़ रही है, तो परिणामी त्वरण का मान होगा

एक कार $10$ मीटर त्रिज्या के वृत्तीय क्षैतिज मार्ग पर समान चाल $10$  मीटर/सैकण्ड से गति कर रही है। कार की छत से $1\, m$ की दृढ़  छड़ से एक लोलक लटका है, तो पथ से छड़ द्वारा बनाया गया ........ $^o$ कोण है

  • [IIT 1992]

वृत्तीय गति करती हुई वस्तु की कक्षीय चाल $v$ को दोगुना तथा कोणीय वेग$\omega $ को आधा करने पर अभिकेन्द्रीय त्वरण में क्या परिवर्तन होगा