यदि किसी कण की गतिज ऊर्जा दोगुनी कर दी जाए तो इसका संवेग
अपरिवर्तित रहेगा
दोगुना हो जाएगा
चार गुना हो जाएगा
$\sqrt 2 $ गुना हो जाएगा
बिना तानित लम्बाई $l$ की एक कमानी से एक द्रव्यमान $m$ इस प्रकार है कि इसका एक सिरा एक दृढ़ आधार पर बँधा है। यह मानते हुये कि कमानी एक एकसमान तार से बनी है, इसमें गतिज ऊर्जा होगी यदि इसका स्वतन्त्र सिरा एकसमान वेग $v$ से खींचा जाए
एक दौड़ते हुये मनुष्य की गतिज ऊर्जा उस लड़के की गतिज ऊर्जा की आधी है जिसका द्रव्यमान मनुष्य के द्रव्यमान का आधा है। मनुष्य अपनी चाल $1 \,m/s$ बढ़ा लेता है ताकि इसकी गतिज ऊर्जा लड़के की गतिज ऊर्जा के बराबर हो जाये। मनुष्य की प्रारम्भिक चाल है
$50 \,kg$ का एक व्यक्ति अपने सिर पर $20\, kg$ के भार के साथ प्रत्येक $0.25 \,m$ मीटर ऊँचाई की $20$ सीढियाँ चढ़ता है। ऊपर चढने में किया गया कार्य .....$J$ है
किसी वस्तु की गतिज ऊर्जा $36\%$ घटती है, तो उसके संवेग में होने वाली कमी ................ $\%$ होगी
$2$ किग्रा द्रव्यमान की एक गेंद तथा $4$ किग्रा द्रव्यमान की एक अन्य गेंद को $60$ फीट ऊँची इमारत से एक साथ गिराया जाता है। पृथ्वी की ओर $30$ फीट गिरने के पश्चात् दोनों गेंदों की गतिज ऊर्जाओं का अनुपात होगा