किसी स्पेक्ट्रोग्राफ में प्राप्त परवलयों पर चार धनावेशित आयनों $P,Q,R$ एवं $S$ के वेग क्रमश: $v_1$, $v_2$, $v_3$ हैं तब सही सम्बन्ध होगा
${v_1} > {v_2} > {v_3} > {v_4}$
${v_1} < {v_2} < {v_3} < {v_4}$
${v_1} = {v_2} = {v_3} = {v_4}$
${v_1} < < {v_2} > {v_3} < {v_4}$
थॉमसन प्रयोग द्वारा इलेक्ट्रॉन के लिए $\frac{e}{m}$ ज्ञात करते समय, इलेक्ट्रॉन पुंज के स्थान पर म्युऑनों $(muons)$ (एक प्रकार का कण जिस पर आवेश इलेक्ट्रॉन के बराबर परन्तु द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन का $208$ गुना होता है) उपयोग करते हैं। इस स्थिति में शून्य विक्षेप स्थिति होगी यदि
इलेक्ट्रॉन का $e/m$ ज्ञात करने की थॉमसन विधि में
एक $\alpha$ कण को ${10^6}$ $ V$ के विभवान्तर से त्वरित करने पर कण की गतिज ऊर्जा ........... $MeV$ होगी
निर्वात नलिकाओं में ऑक्साइड लेपित तन्तु का उपयोग किया जाता है क्योंकि आवश्यक रूप से
बेनब्रिज $(Bainbridge)$ द्रव्यमान स्पेक्ट्रोग्राफ में दो प्लेटों के बीच की दूरी $1 cm$ है तथा इसके बीच $\,1000 V$ विभवान्तर का विद्युत क्षेत्र एवं $B = 1T$ का चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाता है। तो धनात्मक (अविचलित) आयन का वेग होगा