प्रकाश विद्युत सेल में फोटो इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन होता है
प्रकाश आपतित करने के $10^{-1}$ सैकण्ड पश्चात्
प्रकाश आपतित करने के $10^{-3}$ सैकण्ड पश्चात्
प्रकाश आपतित करने के $10^{-6}$ सैकण्ड पश्चात्
प्रकाश आपतित करने के $10^{-6}$ सैकण्ड पश्चात्
धातु का कार्य फलन होता है
पृथ्वी के पृष्ठ पर पहुँचने वाला सूर्य-प्रकाश का ऊर्जा-अभिवाह ( फ्लक्स ) $1.388 \times 10^{3}$ $W / m ^{2}$ है। लगभग कितने फ़ोटॉन प्रति वर्ग मीटर प्रति सेकंड पृथ्वी पर आपतित होते हैं? यह मान लें कि सूर्य-प्रकाश में फ़ोटॉन का औसत तरंगदैर्घ्य $550\, nm$ है।
नीचे दो कथन दिए गए है:
कथन$-I :$ दो फोटॉनों जिनके रैखिक संवेग समान हैं, उनकी तरंगदैर्ध्य समान होती है।
कथन$-II :$ यदि किसी फोटॉन की तरंगदैर्ध्य कम हो जाती है तो उस फोटॉन का संवेग और ऊर्जा भी कम हो जाएगी।
उपरोक्त कथनों के संदर्भ में नीचे दिए गए विकल्पों में से उचित उत्तर चुनिए।
$6eV$ ऊर्जा के फोटॉन, $4eV$ कार्यफलन के धात्विक पृष्ठ पर आपतित होते हैं। उत्सर्जित फोटो-इलेक्ट्रॉनों की न्यूनतम गतिज ऊर्जा ............. $eV$ होगी